अपने तीखे बयानों और सामाजिक सेवा की वजह से सुर्खियों में रहने वाले भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर एक बार फिर से चर्चा में छाए हुए हैं. इस बार गौतम गंभीर ने एशिया कप 2018 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मुकाबलों को लेकर एक बयान दिया है. गौतम गंभीर ने पाकिस्तान के साथ एशिया कप में खेलने को लेकर बड़ी बात कही है. 
एक न्यूज चैनल के कार्यक्रम में गौतम गंभीर ने कहा कि, ‘शर्तों के साथ पाकिस्तान के खिलाफ खेलने पर बैन नहीं होना चाहिए. हम पाकिस्तान के साथ सिर्फ आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप में नहीं खेल सकते हैं. हमें इस स्थिति को साफ करना होगा. या तो पूरी तरह से पाकिस्तान के साथ खेलने पर बैन हो और या यदि हम उनके साथ खेलना चाहते हैं तो फिर बाइलेटरल सीरीज (द्विपक्षीय सीरीज) भी खेलें. कई सालों से हम बीच अधर में हैं.’
गौतम ने कहा, ‘यदि हम एशिया कप के फाइनल में पहुंचते हैं तो हमें पाकिस्तान के साथ तीन मैच खेलने होंगे. अगर हम किसी ओर धरती पर पाकिस्तान के साथ खेल सकते हैं तो फिर बाइलेटरल सीरीज खेलने में क्या हर्ज है.’
देश पहले, क्रिकेट बाद में
गौतम गंभीर का कहना है कि बीसीसीआई की मजबूरी समझी जा सकती है कि आईसीसी के अपने नियम हैं, लेकिन हमें फैसला लेना होगा. उन्होंने कहा, ‘मेरे लिए देश और देश के सैनिक पहले आते हैं. उसके बाद क्रिकेट. खेल के मैदान पर रिश्ते अलग और बॉर्डर पर अलग नहीं हो सकते हैं.’ उन्होंने आगे कहा कि सरकार को पहले देश की सीमा की सुरक्षा को पहले ध्यान में रखना चाहिए. अगर इसके बाद ही क्रिकेट खेला जाए तो बेहतर है.
2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में भिड़े थे भारत-पाकिस्तान
बता दें कि एशिया कप 2018 में भारत अपने अभियान की शुरुआत 18 सितंबर से करेगा. हॉन्गकॉन्ग के साथ भारत का पहला मुकाबला होगा. इसके ठीक एक दिन बाद यानि 19 सितंबर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच खेला जाएगा. भारत पाकिस्तान के साथ तकरीबन एक साल बाद कोई मैच खेलेगा. इससे पहले जून 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला गया था.
मुंबई हमले के बाद दोनों देशों के बीच क्रिकेट हुआ था बंद
भारत और पाकिस्तान ने वर्ष 2007 के बाद से एक-दूसरे के खिलाफ सीरीज नहीं खेली थी. वर्ष 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेलने की बात हुई थी. 2008 नवंबर में मुंबई में आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के बीच 2012 में द्विपक्षीय सीरीज खेली गई, जिसमें वन-डे और टी-20 मैच हुए थे.
कारगिल के बाद 5 साल तक नहीं हुआ था क्रिकेट
1999 में कारगिल युद्द ने 5 साल तक सभी फॉर्मेट के क्रिकेट पर विराम लगा दिया गया था. इसके बाद 2004 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की मुलाकात के साथ ही क्रिकेट के मैदान पर भी दोनों टीमें आमने-सामने उतरी थीं.
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