भारत ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की बहुत खराब दशा पर उसे खरी-खरी सुनाई है। कहा कि भारत में सम्मान और सुविधापूर्वक रह रहे अल्पसंख्यकों की स्थिति पर वह देश (पाकिस्तान) दुष्प्रचार कर रहा है जहां पर व्यवस्थित तरीके से अल्पसंख्यकों का हर स्तर पर उत्पीड़न किया जाता है।
प्रत्युत्तर के अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में यह बात भारत की प्रथम सचिव अनुपमा सिंह ने कही है। उन्होंने कहा, अपने दुष्प्रचार को पुष्ट रूप देने के लिए पाकिस्तान ने जिस तरह से झूठी बातों का इस्तेमाल किया, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है। यह अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग भी है।
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग
प्रथम सचिव ने कहा, केंद्रशासित जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं। वहां पर भारतीय संविधान के अनुरूप सामाजिक और आर्थिक विकास के कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों से वहां की जनता हाल के वर्षों में लाभान्वित हुई है और लोगों का जीवन खुशहाल हुआ है। पाकिस्तान भारत को लेकर दुष्प्रचार बंद करे और अपने नागरिक अल्पसंख्यकों की स्थिति में सुधार के लिए कार्य करे और उन्हें उनके वास्तविक अधिकार दे।