भारतीय टीम ने साल 2018-19 के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सीरीज 2-1 से जीती थी, लेकिन 2020-21 के दौरे पर भारतीय टीम को सीरीज की शुरुआत हार के साथ करनी पड़ सकती है, क्योंकि सीरीज के पहले मैच में भारतीय टीम दूसरी पारी में 100 रन तो छोड़िए, पूरी टीम मिलकर 50 रन नहीं बना सकी और पवेलियन लौट गई।
एडिलेड में खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट मैच के तीसरे दिन भारत को दूसरी पारी में 9/1 से आगे खेलना था, लेकिन इस स्कोर में सिर्फ 27 रन और जोड़ने के बाद भारत के सभी बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। भारत के लिए ये स्कोर किसी शर्मनाक रिकॉर्ड से कम नहीं है, क्योंकि भारत ने अपना ही शर्मनाक रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इससे पहले कभी भी भारतीय पारी 40 रन से पहले टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में नहीं सिमटी थी। 1974 में भारतीय टीम 42 रन पर ढेर हुई थी।
भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में ये सबसे छोटी पारी रही, जिसमें पूरी टीम मिलकर सिर्फ 36 रन बना सकी। हालांकि, मोहम्मद शमी नाबाद पवेलियन लौटे, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट के नए नियमों को मुताबिक, चोट लगने के बाद खिलाड़ी को रनर नहीं मिलता है और बल्लेबाजी करने में सक्षम नहीं होने पर खिलाड़ी को आउट मान लिया जाता है। ऐसे में भारतीय टीम सिर्फ 36 रन बना सकी। इस तरह ये स्कोर भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर है।
हैरान करने वाली बात ये रही कि भारत का एक भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा पार नहीं कर सका। भारत के तीन बल्लेबाज (चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे और आर अश्विन) खाता तक नहीं खोल सके, जबकि चार खिलाड़ी 4-4 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इस मैच में भारत के लिए सबसे ज्यादा 9 रन मयंक अग्रवाल ने बनाए। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश हेजलवुड ने 5 और पैट कमिंस ने 4 सफलताएं हासिल की।
भारत का टेस्ट क्रिकेट में सबसे कम स्कोर
36 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (2020)
42 रन बनाम इंग्लैंड (1974)
58 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया (1947)