इंग्लैंड के खिलाफ भारत ने दूसरा टेस्ट मैच पारी और 159 रनों से गंवा दिया। लॉर्ड्स में खेले गए इस मैच में भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह से फ्लॉप रहे। पहली पारी में 107 और दूसरी में 130 में सिमट जाने के बाद भारत का हारना तय हो गया था। इंग्लिश गेंदबाजों खासतौर से जेम्स एंडरसन ने भारतीय बल्लेबाज की कमर तोड़ने में अहम भूमिका निभाई। रही सही कसर क्रिस वोक्स ने पूरी कर दी जिन्होंने न सिर्फ बैट से बल्कि गेंद से भी खूब कमाल किया और प्लेयर ऑफ द मैच बने।
पारी के अंतर से हारने वाले तीसरे कप्तान बने विराट
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, लॉर्ड्स मैदान पर भारत आज तक सिर्फ तीन बार पारी के अंतर से हारा है। ऐसे में विराट कोहली का नाम उन कप्तानों की लिस्ट में शुमार हो गया जिन्हें अंग्रेजों के हाथों लॉर्ड्स टेस्ट बड़े अंतर से गंवाना पड़ा। कोहली से पहले मंसूर अली खान पटौदी और अजीत वाडेकर का नाम इस अनचाहे रिकॉर्ड में दर्ज है।
टेस्ट मैच के दौरान भारतीय कप्तान विराट कोहली। फाइल फोटो
अजीत वाडेकर
साल 1974 में अजीत वाडेकर की कप्तानी में भारत को अभी तक की सबसे बड़ी हार झेलनी पड़ी थी। यह मैच इंग्लैंड ने पारी और 285 रनों से जीता था।
मंसूर अली खान पटौदी
भारत के बेहतरीन क्रिकेटरों में शुमार रहे मंसूर अली खान पटौदी के नाम भी लॉर्ड्स में हारने का शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज है। नवाब पटौदी ने 1967 में इस मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ कप्तानी की थी। तब भारत पारी और 124 रनों से हार गया था।
यह है विराट की 7वीं टेस्ट हार
पिछले चार साल से टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी कर रहे विराट कोहली का यह सबसे खराब दौर चल रहा। इससे पहले कप्तानी में उनका रिकॉर्ड काफी बेहतर था मगर इंग्लैंड पहुंचते ही उनके अच्छे रिकॉर्ड पर दाग लग गया। क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, विराट ने कुल 37 टेस्ट मैचों में कप्तानी की है जिसमें सिर्फ 7 में उन्हें हार मिली जबकि 21 मैच वे जीते थे।
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