टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री अपने बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उनके 4 साल के कोचिंग कार्यकाल के दौरान टीम ने कई उपलब्धियां अपने नाम की। इस दौरान टीम ने दो बार आस्ट्रेलिया का दौरा किया और जीत हासिल की। टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन के अलावा टीम ने इस दौरान वनडे में भी कमाल का प्रदर्शन किया। लेकिन जब शास्त्री से इस बारे में पूछा गया कि आखिर कौन से मैच का परिणाम वे बदलना चाहेंगे तो उन्होंने 2019 क्रिकेट वर्ल्ड कप सेमीफाइनल का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उस हार को पचाना बेहद मुश्किल था।
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2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच से पहले भारतीय टीम शानदार लय में थी लेकिन इस मैच में उसे न्यूजीलैंड के हाथों 18 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में भारतीय टीम के प्रदर्शन ने करोड़ों भारतीय फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। सेमीफाइनल मैच बारिश के कारण दो दिनों में पूरा हुआ था। पहले दिन न्यूजीलैंड की टीम ने 8 विकेट पर 239 रन बनाए थे लेकिन बारिश ने सब कुछ बिगाड़ दिया और दूसरे दिन मोमेंटम न्यूजीलैंड के पास चला गया। भारतीय टीम उस मैच में 221 रन ही बना पाई थी।
शास्त्री ने 1987 के सेमीफाइनल का जिक्र किया और कहा “वे एक और मैच को बेहद पसंद करते यदि उसका परिणाम अलग होता” इस मैच में भारतीय टीम को इंग्लैंड के हाथों हार मिली थी।
इतना ही नहीं उन्होंने 1983 वर्ल्ड कप और 1987 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की तुलना करते हुए कहा कि 1987 की टीम, 1983 की टीम से बेहतर थी। उन्होंने कहा “एक खिलाड़ी के तौर पर मुझे लगता है कि 1987 की टीम 1983 की टीम से बेहतर थी जो कोलकाता में फाइनल मैच जीत सकती थी। इसलिए इस सेमीफाइनल में मिली हार चुभती है”