केंद्र सरकार के तीन नए कानूनों का समर्थन करने वाली ग्लोबल सेलिब्रिटीज को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने एक अंतरराष्ट्रीय साजिश करार दिया है. बीजेपी ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कहा है कि लोग चाहे विदेशी सेलिब्रिटी कहें लेकिन हम उन्हें सेलिब्रिटी नहीं कहेंगे. यह एक अंतराष्ट्रीय साजिश रची जा रही है.
BJP नेता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, ‘भारतीय किसानों की एक दम से कल (बुधवार) रिहाना को याद आ गई. जब आपकी नियत साफ न हो, तो सच बड़ी मजबूती से बाहर आता है. एक ट्वीट ग्रेटा थनबर्ग ने किया, जिसमें एक टूल किट थी, जो टूल किट नहीं बल्कि अराजकता की स्कूल किट ज्यादा थी. देश का लोकतंत्र हमारे लिए रिहाना ग्रेटा मिया खलीफा से ऊपर है.’
उन्होंने कहा, ‘अराजकता की जो स्कूल किट डाली गई इससे एक बड़ा खुलासा यह हुआ है कि छोटा-मोटा नहीं बल्कि एक बड़ा षड्यंत्र हमारे लोकतंत्र के खिलाफ किया जा रहा है. एक जीबी डेटा उन शक्तियों को दिया गया है जो ये सोचती हैं कि कैसे हमारे देश को कमजोर करें, किसान कानून एक बहाना है. हमारा एक पवित्र लोकतंत्र निशाना है.’ इसके अलावा उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी यह याद रखे देश मजबूत रहेगा तभी आपका वजूद रहेगा. देश को कमजोर करेंगे तो बीजेपी स्वीकार नहीं करेगी.
बीते दिन अमेरिकी पॉप गायिका रिहाना, स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा केरनी, गायक जे सीन, डॉ जियस, पूर्व वयस्क फिल्मों के कलाकार मिया खलीफा, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस सहित कई मशहूर हस्तियों ने भारत में किसानों के विरोध प्रदर्शन का समर्थन किया है.
रिहाना पहली अंतरराष्ट्रीय हस्ती थी, जिन्होंने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया था और दिल्ली की सीमा पर धरने के दौरान इंटरनेट सेवा बंद करने की आलोचना की थी. रिहाना (32) के ट्विटर पर 10.1 करोड़ फॉलोअर हैं. रिहाना ने एक खबर साझा की थी, जिसमें कई इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद करने और किसानों के खिलाफ केन्द्र की कार्रवाई का जिक्र किया गया था. उन्होंने इसके साथ ही सीएनएन की एक खबर टैग की जिसका शीर्षक था, ‘प्रदर्शनकारी किसानों और पुलिस में झड़प के बीच भारत ने नई दिल्ली के आसपास इंटरनेट सेवा बंद की.’
थनबर्ग ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं. जिन लोगों को मदद चाहिए उनके लिए टूलकिट (सॉफ्टवेयर) साझा किया है.’ यह टूलकिट उपयोगकर्ता को प्रदर्शन के समर्थन के तरीकों की विस्तृत जानकारी वाले दस्तावेज तक पहुंच उपलब्ध कराते हैं. इन दस्तावेजों में ट्विटर पर प्रतिक्रिया देना, भारतीय दूतावासों के सामने प्रदर्शन आदि शामिल है, जिसे किसानों के समर्थन में करने का आह्वान किया गया है.