अजिंक्य रहाणे भारतीय टेस्ट टीम सेटअप का एक अनिवार्य हिस्सा बन सकते हैं, लेकिन जहां तक सीमित ओवरों के प्रारूप का सवाल है, तो उनको अंदर-बाहर होना पड़ता है। रहाणे का मानना है कि उनके वनडे के आंकड़े अच्छे हैं, लेकिन आंकड़े ये भी गवाही देते हैं कि रहाणे ने अच्छा प्रदर्शन सीमित ओवरों की क्रिकेट में नहीं किया है, जिसकी वजह से वे बाहर हुए हैं। हालांकि, अब मेहनत के दम पर अजिंक्य रहाणे वनडे टीम में वापसी के लिए बेताब हैं।
आपको बता दें, अजिंक्य रहाणे ने 90 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 35.26 की औसत से 2962 रन बनाए हैं। इनमें से 843 रन उन्होंने 27 मैचों में 36.65 की औसत के साथ नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए बनाए हैं। वहीं, एकदिवसीय मैचों में सलामी बल्लेबाज के रूप में 54 मैचों से 1937 रन के साथ वे बेहतर स्थिति में हैं, क्योंकि यहां उन्होंने 3 शतक भी जड़े हैं। रहाणे ने अपना आखिरी वनडे मैच साल 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था। उसके बाद से वे टीम से बाहर हैं।
दाएं हाथ के धाकड़ बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा है, “मुझे लगता है कि मेरा पहला प्लान वनडे क्रिकेट में वापस आना है। मैं आमतौर पर अपने रिकॉर्ड के बारे में बात नहीं करता हूं, लेकिन मुझे लगता है कि एक महत्वपूर्ण कारक मेरा रिकॉर्ड वास्तव में पिछले 3-4 वर्षों में वास्तव में अच्छा है जब मुझे ड्रॉप कर दिया गया था।” रहाणे ने ये भी कहा है कि वे किसी भी नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं।
रहाणे ने कहा है, “चाहे बल्लेबाजी की शुरुआत(ओपनिंग) हो या नंबर 4 पर, मेरा रिकॉर्ड बहुत अच्छा था, मेरा स्ट्राइक रेट फिर से बहुत अच्छा था। मुझे लगता है कि मेरा उद्देश्य एकदिवसीय सेट-अप में वापस आना है। मुझे नहीं पता मुझे कब अवसर मिलेगा, लेकिन मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी, मैं सभी पहलुओं पर वास्तव में कड़ी मेहनत कर रहा हूं। मैं वास्तव में अपने बारे में आश्वस्त हूं। यह सब आत्मविश्वास रखने और सकारात्मक होने के बारे में है, निडर होने के बारे में है।”