भारत और दक्षिण अफ्रीका की महिला टीमों के बीच आठ मैचों की पूर्व निर्धारित सीरीज के सात मार्च से खेले जाने की संभावना है, जिसके साथ घरेलू टीम के लिए लगभग 12 महीने बाद प्रतिस्पर्धी क्रिकेट की वापसी होगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ की ओर से लखनऊ को मेजबानी सौंपे जाने का ऐलान जल्द हो सकता है।
बीसीसीआइ के अधिकारी ने सोमवार को बताया कि पांच टी20 और तीन वनडे मैचों की यह सीरीज लखनऊ में बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए सुरक्षित माहौल) में हो सकती है। वहीं, रोटेशन प्रणाली के तहत कानपुर को इस सीरीज के बाद भारत दौरे पर आने वाली न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका की पुरुष टीमों में से किसी एक की मेजबानी करने का मौका मिल सकता है।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज के लिए भारत की 22 सदस्यीय महिला टीम का चयन किया गया है। सीरीज के कार्यक्रम की अब तक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) के सूत्रों ने पुष्टि की है कि उनकी टीम इस हफ्ते भारत जाने की तैयारी में है। सूत्र ने कहा, “कोविड टेस्ट हो चुके हैं, टीम किसी भी समय रवाना होने के लिए तैयार है।”
दोनों टीमों को छह दिन के क्वारंटाइन से गुजरना होगा, जिसका मतलब है कि पहले मैच से पूर्व उन्हें ट्रेनिंग के लिए एक हफ्ते का समय मिलेगा। दक्षिण अफ्रीका की टीम हाल में खेली थी, लेकिन भारत कोविड-19 महामारी के कारण पिछले साल मार्च में टी-20 विश्व कप के बाद से नहीं खेला है। मेलबर्न में फाइनल के बाद भारतीय खिलाडि़यों ने पिछले साल नवंबर में शारजाह में प्रदर्शनी महिला टी-20 चैलेंज में हिस्सा लिया था।
यह सीरीज बायो-बबल में होगी जिसके कारण टीम की खिलाड़ियों को पहले मैच से कम से कम दो हफ्ते पहले एक साथ आना होगा। इसमें क्वारंटाइन के छह दिन भी शामिल हैं। बीसीसीआइ अधिकारी ने कहा, “मैच के लिए तैयार होना भारतीय खिलाड़ियों के लिए चुनौती होगी, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण चीज यह है कि यह सीरीज अंतत: हो रही है। खिलाड़ियों को इसकी काफी जरूरत थी।”