विश्व कप मुकाबले में आपको किसी भी टीम को मैच से एक दिन पहले ही दो अंक नहीं देने चाहिए, लेकिन भारतीय टीम ने अभी तक टूर्नामेंट में जो मजबूती दिखाई है और अफगानिस्तान टीम के लगातार खराब प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा होना तय ही है। अफगानिस्तान के अब तक के सफर की मैं बहुत ज्यादा कद्र करता हूं, लेकिन इस समय ये टीम मुश्किलों के घिरी दिख रही है। मुझे नहीं पता कि वे खुश हैं या नहीं लेकिन वे वैसा खेल नहीं दिखा पा रहे हैं, जिसका वे यहां लुत्फ उठाते थे।
अफगानिस्तान के लिए क्रिकेट एक जश्न की बात रही है, लेकिन इस बार यह एक बोझ लग रहा है। उम्मीद है कि यह समय जल्दी निकल जाएगा। तो भारत के लिए इस मैच के क्या मायने हैं? संभलकर खेलना होगा क्योंकि लापरवाही एक वायरस है और टीम में ऐसे कुछ खिलाड़ी हैं, जिन्हें मैदान में उतरने के बहुत ज्यादा मौके नहीं मिले हैं। मैं मध्यक्रम के बल्लेबाज केदार जाधव व विजय शंकर को रन बनाते देखना चाहूंगा और महेंद्र सिंह धौनी को भी, क्योंकि अफगानिस्तान के स्पिनर्स निश्चित तौर पर चुनौती पेश करेंगे। और किसी भी बल्लेबाज के लिए रन बनाने से ज्यादा अच्छा अहसास कोई और हो ही नहीं सकता।
मैं तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को भी एक अच्छा स्पैल करते देखना चाहूंगा। मुझे लगता है कि उन्हें पहले मैच से ही अंतिम एकादश में मौका मिलना चाहिए था, लेकिन भुवनेश्वर कुमार भी अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। लेकिन अब उनके पास बेहतरीन मौका है, भले ही भुवनेश्वर के चोट से उबरकर वापस आने पर उन्हें फिर बेंच पर क्यों ना बैठना पड़े, लेकिन इससे टीम वास्तव में काफी मजबूत होगी।
शानदार फॉर्म में चल रही भारतीय टीम का फोकस अब क्वालीफाई करने के बजाय अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल करने पर होना चाहिए। संकेत अच्छे हैं और उन्होंने विपक्षी टीम को आसानी से हराया भी है। ऐसा लग रहा है कि ठंडा और खराब मौसम हमारे साथ चल रहा है। जब मैं यह कॉलम लिख रहा हूं तब मुझे सामने कवर्स दिख रहे हैं और नीला आसमान देखे मुझे लंबा समय हो गया है। उम्मीद है कि ये कवर्स अपना काम करेंगे और पिच थोड़ी सूखी रहेगी। इसके बाद हमें यहां भारतीय टीम की जीत देखने को मिलेगी।