देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है। ऐसे में लोग भी सावधानी बरत रहे हैं और बैंकिंग कार्यों के लिए भी घर से कम निकल रहे हैं। लेकिन अगर आपका कोई महत्वपूर्ण काम शेष है, तो उसके लिए घबराने की जरूरत नहीं है, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) समेत एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, एक्सिस बैंक और कोटक बैंक अपने ग्राहकों को डोर स्टेप बैंकिंग सुविधा मुहैया करा रहे हैं। यानी ग्राहक अपने बैंकिंग कार्य घर बैठे ही निपटा सकते हैं। अगर आपको नकदी की आपात जरूर होती है, तो बैंक ग्राहकों को घर पर भी नकदी डिलीवर करने को तैयार है। एसबीआई SBI डोरस्टेप बैंकिंग सर्विसेज में निम्नलिखित सुविधाएं शामिल हैं-
एसबीआई ग्राहकों के लिए यह सुविधा कार्यकारी दिनों में सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक उपलब्ध है। अगर आप भी इसका लाभ लेना चाहते हैं, तो 1800111103 नंबर पर कॉल कर सेवाओं के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं। मालूम हो कि सर्विस रिक्वेस्ट के लिए रजिस्ट्रेशन होम ब्रांच पर होगा।
इस बीच आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना होगा-
डोरस्टेप बैंकिंग सुविधा सिर्फ पूरी तरह केवाईसी हो चुके ग्राहकों के लिए उपलब्ध है।
इसके अतिरिक्त गैर-व्यक्तिगत और नाबालिग खाते भी इस सुविधा के योग्य नहीं हैं।
गैर-वित्तीय लेनदेन के लिए 60 रुपये और जीएसटी प्रति विजिट शुल्क लगेगा। वहीं वित्तीय लेनदेन के लिए 100 रुपये और जीएसटी प्रति विजिट शुल्क लगेगा।ज्वाइंट खाते वाले ग्राहक इन सेवाओं का लाभ नहीं उठा सकते।
निकासी चेक या फिर पासबुक द्वारा ही की जा सकेगी।
ध्यान रहे कि यह सुविधा सिर्फ वरिष्ठ नागरिक और दिव्यांग लोगों के लिए ही उपलब्ध है। इन सेवाओं के लिए खाताधारक को होम ब्रांच से पांच किलोमीटर के दायरे में रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ मौजूद रहना होगा।
RBI गवर्नर ने बताया कोरोना को रोकने का फॉर्मूला
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी इस मुश्किल समय में जनता को राहत देने के लिए हर संभव प्रयास किए हैं। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने एक वीडियो संदेश जारी किया है। इसके जरिए उन्होंने लोगों से डिजिटल लेन-देन करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि, ‘कोरोना वायरस देश के लिए हर तरह से बड़ा संकट है और बचाव के लिए डिजिटल लेन-देन जरूरी है। लोग घर पर रह कर ही डिजिटल लेन-देन करें। इसके लिए डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और अन्य मोबाइल एप इस्तेमाल किए जा सकते हैं। डिजिटल लेन-देन करें और सुरक्षित रहें।’