इस हमले में पाकिस्तान के कब्जे कश्मीर (पीओके) के बट्टल में दो चौकियां तबाह हो गईं, जबकि कई अन्य को भारी नुकसान पहुंचा है। बृहस्पतिवार को भी सेना ने उड़ी सेक्टर में पाकिस्तान के दो सैनिकों को मार गिराया था। बीते दो दिन में पाकिस्तान के 12 सैनिक मारे गए हैं।
सूत्रों के अनुसार सीमा पार मरने वाले सैनिकों की संख्या ज्यादा भी हो सकती है। बृहस्पतिवार रात कार्रवाई के बाद शुक्रवार सुबह पाकिस्तानी सेना की दर्जनों एंबुलेंस को बट्टल में सैनिकों के शव ले जाते देखा गया।
पाकिस्तानी सेना ने बट्टल क्षेत्र में आम लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया है, ताकि भारतीय सेना की कार्रवाई में हुए नुकसान की खबर बाहर न निकल सके। जवानों की मौत से बौखलाए पाकिस्तान ने दोपहर बाद राजौरी के नौशेरा सेक्टर में गोलाबारी की।
अग्रिम चौकियों के साथ रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया। कलाल व डींग में भी गोलाबारी की। गोलाबारी से डींग में ग्रेफ विभाग की बैरक और मशीन क्षतिग्रस्त हो गईं। वहां ड्यूटी पर तैनात चौकीदार व अन्य ने पास बने बंकर में छिपकर जान बचाई।
धमाके नौशहरा कस्बे तक सुने गए। दोपहर एक बजे शुरू हुई गोलाबारी 2:30 बजे तक जारी रही। राजौरी के सुंदरबनी में पाकिस्तान ने मोर्टार दागे। वहीं, सिलिकूट, हथलंगा, मोथल, सोवरा, बालकोट, चुरंडा और आस-पास इलाकों को निशाना बनाने से ग्रामीणों में दहशत है। शुक्रवार को भी लोग घरों से निकलने में डरते रहे।
लगातार गोलाबारी से तनाव
पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की ओर से लगातार की जा रही गोलाबारी से एलओसी पर तनाव है। जवानों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। बुधवार को पाकिस्तान की गोलाबारी में उड़ी सेक्टर में एक जेसीओ शहीद हो गए थे और चुरंडा गांव में एक महिला की मौत हुई थी। सिलिकूट, हथलंगा, मोथल, सोवरा, बालकोट के रिहायशी इलाकों को निशाना बनाने से ग्रामीणों में दहशत है।