भारत को महिला टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों 8 विकेट से करारी हार झेलकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। इसी के साथ भारत का पहली बार टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंचना का सपना चकनाचूर हो गया। 
भारत की हार के बाद टीम प्रबंधन के अनुभवी खिलाड़ी मिताली राज को प्लेइंग इलेवन में शामिल करने के फैसले पर सवाल उठने लगे हैं। टीम इंडिया को यह गलती भारी पड़ी क्योंकि धीमे पिच पर ऐसे अनुभवी बल्लेबाज की आवश्यकता थी जो क्रीज पर टिककर खेलती। इस मैच में मिताली महत्वपूर्ण भूमिका सकती थी।
ऐसा भी नहीं है कि मिताली राज का इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा हो। मिताली राज ने ग्रुप दौर के दो मैचों में लगातार दो अर्धशतक जड़े थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से पहले वो चोटिल हो गई थीं। उन्हें लगातार दो मुकाबलों में ‘मैन ऑफ द मैच’ भी चुना गया था। टॉस के बाद कप्तान हरमनप्रीत ने कहा, ‘मिताली की फिटनेस कोई दिक्कत नहीं, बल्कि हम बस विनिंग कॉम्बिनेशन के साथ खेलना चाहते थे।’ मिताली राज की जगह तानिया भाटिया ने स्मृति मंधाना के साथ पारी का आगाज किया।
भारत को शुक्रवार को महिला टी20 विश्व कप के पहले सेमीफाइनल में इंग्लैंड के हाथों 8 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ पहली बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचने का उसका सपना चकनाचूर हो गया। भारत की पारी 19.3 ओवरों में 112 रनों पर सिमट गई। इसके जवाब में एमी जोंस (53 नाबाद) और नताली स्किवर (52 नाबाद) की शानदार बल्लेबाजी से इंग्लैंड ने 18 गेंद शेष रहते 2 विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया। अब इंग्लैड का फाइनल में सामना ऑस्ट्रेलिया से होगा, जिसने पहले सेमीफाइनल में मेजबान वेस्टइंडीज को 71 रनों से हराया था।
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