भारतीय क्रिकेट टीम के युवा विकेटकीपर रिषभ पंत को दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है। वेस्टइंडीज में पहली बार पंत को तीनों फॉर्मेट में बतौर विकेटकीपर टीम इंडिया में जगह दी गई है। टी20 में अर्धशतकीय पारी खेलने वाले पंत वनडे में भी अपने आप को साबित करना चाहते हैं। उन्होंने माना टीम मैनेजमेंट के समर्थन ने उनमें आत्मविश्वास भरा है।
चयनकर्ता और दिग्गज मान रहे हैं कि पंत के लिए अगले छह महीने काफी अहम रहने वाले हैं। पंत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाले तीसरे वनडे से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा, “मेरे लिए हर एक मैच अहम है, यह अगले छह महीनों की बात नहीं है। मेरे लिए जीवन का हर एक दिन बेहद अहम है, मैं एक क्रिकेटर और इंसान के तौर पर बेहतर होते जाना चाहता हूं। इस वक्त तो मैं सिर्फ इसी पर ध्यान दे रहा हूं।“
बड़ी पारी ना खेल पाने से पंत निराश
अच्छी शुरुआत के बाद आउट होने पर पंत ने कहा, “एक खिलाड़ी के तौर पर मैं हर एक मैच में बड़ा स्कोर करना चाहत हूं लेकिन जब भी मैदान पर उतरता हूं तो इसपर मेरा सारा ध्यान नहीं होता है। मैं सेट होने के बाद आउट हो जाता हूं, मैं सामान्य क्रिकेट खेलना चाहता हूं। सकारात्मक क्रिकेट जिससे मेरी टीम को जीत हासिल करने में मदद मिले।“
खिलाड़ियों को मिल रहा टीम मैनेजमेंट का समर्थन
टीम में हर खिलाड़ी को मिल रहे मैनेजमेंट के समर्थन से पंत काफी खुश हैं। उन्होंने कहा, “हम ज्यादा प्रयोग नहीं कर रहे क्योंकि जो भी टीम में है, सभी को बराबर मौके दिए जा रहे हैं। हर एक को बराबर मौके मिल रहे हैं और सबके साथ एक जैसा ही बर्ताव किया जा रहा है। सभी टीम में स्थान को लेकर काफी कॉन्फिडेंट हैं क्योंकि उनको मैनेजमेंट का समर्थन हासिल है।”
वेस्टइंडीज में बल्लेबाजी अनुभव पर पंत ने बताया, “यहां की विकेट थोड़ी धीमी है, यह बिल्कुल सपाट नहीं है। आप जब मैदान पर जाते हैं तो खुद को थोड़ा वक्त देने की जरूरत होती है। एक बार जब आप सेट हो जाते हैं तो फिर आप काफी रन बना सकते हैं।”