पाकिस्तान को आतंक का गढ़ बताते हुए भाजपा महासचिव राम माधव ने सोमवार को कहा कि वह केवल भारत ही नहीं, दुनियाभर के लिए मुसीबत बन चुका है। दुनिया को साथ आकर पाकिस्तान को अपने यहां आतंक के खिलाफ सख्त कदम उठाने और उसे खत्म करने के लिए मजबूर करना होगा।

अमेरिका भारत रणनीतिक साझेदारी फोरम के कार्यक्रम में भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर राम माधव ने कहा, हर रिश्ते में उतार-चढ़ाव आते हैं। सात दशकों में हमने रिश्ते के कई रंग देखे हैं। भारत पड़ोसी मुल्क के साथ दोस्ताना व्यवहार चाहता है लेकिन इसके लिए सबसे पहले सीमापार से आतंकियों को भेजना बंद करना होगा। भारत में दहशत फैलाने का काम रोकना होगा। जब तक पाक आतंक के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करता उससे बातचीत नहीं हो सकती।
दुनिया के लिए मुश्किल हुआ पाक से संबंध रखना
राम माधव ने कहा, आज हम उस दौर में हैं जहां सिर्फ भारत के लिए ही पाकिस्तान के साथ संबंध मुश्किल नहीं हैं, बल्कि दुनिया के कई देश इस मामले पर चिंतित हैं। पाकिस्तान की जमीन पर मौजूद आतंकवाद का ढांचे से सब परेशान हैं। एक वक्त था जब लोग भारत को पाकिस्तान से बातचीत करने की सलाह देते थे। लेकिन अब कोई देश ऐसा नहीं करता क्योंकि सभी जान चुके हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है।
अनुच्छेद 370 पर पाकिस्तान अलग-थलग
राम माधव ने कहा, जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे पर भी पाकिस्तान ने विरोध की पुरजोर कोशिश की लेकिन वह अलग-थलग पड़ गया। भारत के विरोध में उसे वैश्विक मंच पर कई बार मुंह की खानी पड़ी। राम माधव ने कहा, इससे स्पष्ट हो गया कि पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दों से ज्यादा ध्यान भारत पर है।
वह बाहरी दबाव डालकर भारत की शांति व्यवस्था भंग करना चाहता है। अपने यहां के मुद्दों पर उसका ध्यान नहीं है। राम माधव ने कहा, एफएटीएफ की काली सूची में जाने से पाकिस्तान इस बार बहुत कम अंतर से बचा है। अगर वह नहीं सुधरता तो फरवरी में उसे काली सूची में जाने से कोई नहीं बचा सकता।
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