देश में एक बार फिर कोरोना वायरस का ग्राफ तेज़ी से बढ़ रहा है. बीते दो दिनों में लगभग 2 लाख नए केस सामने आए हैं. महाराष्ट्र सबसे बड़ा एपिसेंटर बना है, लेकिन उत्तर भारत का भी बुरा हाल है. खासकर दिल्ली और आसपास के इलाकों का. राजधानी दिल्ली के अलावा सटे हुए शहरों में भी एक्टिव केस बढ़ने लगे हैं, जो प्रशासन की चिंताएं बढ़ा रहे हैं.
राजधानी दिल्ली में तो होली के बाद से ही कोरोना के केस में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही है. फरवरी में हर रोज 300 के करीब केस आ रहे थे, जो अब फिर चार हज़ार का आंकड़ा छू रहा है. नए केस के साथ एक्टिव केस की संख्या भी बढ़ गई है. दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे एनसीआर के इलाकों में भी कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है.
– दिल्ली
कुल केस: 6.79 लाख, एक्टिव केस: 14579
– नोएडा
कुल केस: 26481, एक्टिव केस: 544
– गाजियाबाद
कुल केस: 27,554, एक्टिव केस: 397
– गुरुग्राम
कुल केस: 65,548, एक्टिव केस: 3,167
– फरीदाबाद
कुल केस: 48,438, एक्टिव केस: 901
इन शहरों में केस बढ़ने के साथ अब सख्ती भी बढ़ गई है. दिल्ली सरकार ने मंगलवार को ही राज्य में नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है. अब पूरे अप्रैल महीने में रात के दस बजे से सुबह पांच बजे तक दिल्ली में सख्ती बरती जाएगी. किसी के बेवजह बाहर निकलने पर रोक होगी, 24 घंटे दुकान खोलने वाले लोगों को परमिशन लेनी होगी.
दिल्ली के जैसे ही नोएडा में भी कोरोना के केस बढ़ने से सख्ती हो गई है. अगर नोएडा में कोई कोरोना का केस मिलता है, तो उस व्यक्ति के घर के आसपास के 25 मीटर एरिया को सील कर दिया जाएगा. किसी बिल्डिंग में केस मिलने पर पूरे फ्लोर को या फिर जरूरत पड़ने पर पूरी बिल्डिंग को सील किया जा सकता है. नोएडा जैसा नियम ही गाजियाबाद में भी लागू किया गया है. गुरुग्राम में भी सार्वजनिक स्थानों पर मास्क ना लगाने पर जुर्माना लगाया जाएगा.