दुनिया में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। जहां एक तरफ वैक्सीन को जल्द बनाने की होड़ है, वहीं अमेरिका में कोरोना के रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। अमेरिका में एक दिन में दो लाख कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिसके बाद वहां स्थिति गंभीर हो गई है।
जनवरी में पहला मामला आने के बाद अमेरिका में दो लाख मामले एक दिन में सामने आए हैं। वहीं, देश के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिसीज के डायरेक्टर डॉ. एंथनी फॉसी ने अमेरिका में दूसरी लहर की चेतावनी जारी कर दी है। एक अमेरिकी न्यूज चैनल में एक प्रोग्राम में फॉसी ने कहा कि अचानक से कुछ बदलने नहीं जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अभी भी देर नहीं हुई है। लोग थैंक्सगिविंग की छुट्टियां मनाकर घर लौट रहे हैं। सभी लोगों से अपील है कि वो मास्क पहनें, बड़े समूह में ना उठे-बैठें और सोशल डिस्टेंसिंग बरकरार रखें। बता दें कि दुनिया में अब तक छह करोड़ 30 लाख 64 हजार 883 मामले सामने आ चुके हैं।
वहीं इनमें से 14,65,027 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि राहत की खबर यह है कि कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बेहतर स्थिति में है। अब तक चार करोड़ 35 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण से ठीक हो चुके हैं।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से फैला है लेकिन चीनी मीडिया इस बात को बढ़ा-चढ़ाकर बता रहा है कि वायरस चीन से नहीं फैला है। चीन का कहना है कि उनके देश में यह वायरस बाहर किसी दूसरे देश से फ्रॉजन फूड के जरिए आया है। चीन के कई अखबारों के मुताबिक, सभी सबूत इस बात का इशारा करते हैं कोरोना वायरस वुहान से नहीं हुआ है।
चीन के पूर्व चीफ एपिडेमियोलॉजिस्ट झेंग गुआंग का कहना है कि वुहान में वायरस का पता चला, लेकिन वहां पैदा नहीं हुआ।