हिमाचल के ऊंचाई वाले भागों में भारी बर्फबारी दर्ज की गई है। इससे दुश्वारियां फिर बढ़ गई हैं। चंबा, कुल्लू, मंडी, शिमला, किन्नौर, सिरमौर, कांगड़ा जिले के ऊपरी भागों में ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है। इससे राज्य में शीतलहर बढ़ गई है। बर्फबारी वाले भागों में यातायात ठप हो गया है।बर्फबारी से हिमाचल के विभिन्न भागों में 100 सड़कों पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है।
चंबा जिले के डलहौजी, खज्जियार, लक्कड़मंडी, आहला, सलूणी, किहार, तीसा, भरमौर और पांगी में ताजा बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जिला मुख्यालय चंबा में देर रात से हो रही मूसलाधार बारिश से आधा दर्जन मार्गों पर वाहनों के पहिये थमे रहे।
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता होने के बाद कुल्लू व लाहौल-स्पीति में एक बार फिर ताजा हिमपात हुआ है। बर्फबारी के बाद कुल्लू जिला की पहाड़ियों के साथ ग्रामीण क्षेत्र हिमपात से लकदक हो गए हैं। रोहतांग दर्रा में 40 सेंटीमीटर, जलोड़ी दर्रा 30, कोकसर में 30 सेंटीमीटर, केलांग 6, मनाली में 10 सेंटीमीटर, सोलंगनाला 25 सेंटीमीटर तक ताजा बर्फबारी हुई है।
वहीं, दूसरी ओर ताजा बर्फबारी के बाद बिजली-पानी को लेकर ग्रामीणों की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। कुल्लू जिला में 50 से अधिक सड़कें बर्फबारी व बारिश के बाद अवरुद्ध हो गई हैं। जबकि जनजातीय क्षेत्रों के लिए मंगलवार को होने वाली प्रस्तावित उड़ानें भी बर्फबारी के कारण रद्द हो गई हैं।
घाटी में 22 विभिन्न जगह 22 मरीज फंसे हुए हैं। खराब मौसम के चलते मरीजों की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। 11 जनवरी के बाद से जनजातीय क्षेत्रों के लिए कोई भी हेलीकॉप्टर उड़ान हुई है। लगातार खराब मौसम हेलीकॉप्टर उड़ानों में बाधा बन रहा है।
मनाली शहर में ताजा बर्फबारी से सैलानी और पर्यटन कारोबारी खुश है। शहर में सैलानियों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। वहीं राजधानी शिमला में भी ताजा बर्फबारी दर्ज की गई। शहर के जाखू, मालरोड, संजौली और ढली क्षेत्र में बर्फबारी हुई है।
ताजा बर्फबारी के बाद ऊपरी शिमला का एक बार फिर राजधानी से सड़क संपर्क कट गया है। कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर और देहा में मुख्य सड़कें बंद होने से सुबह रामपुर, रोहड़ू और चौपाल रूटों पर वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाई। हालांकि, एनएचएआई हाईवे की बहाली के लिए प्रयासरत है।