मध्य प्रदेश में बढ़ते अपराधों को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को लॉ एंड ऑर्डर को लेकर महत्वपूर्ण बैठक बुलाई। जिसमें भोपाल, इंदौर, बैतूल, गुना में हुई घटनाओं का संज्ञान लिया। इस बैठक में सभी जिलों के कलेक्टर, एसपी और पुलिस कमिश्नर को सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहें।
इस बैठक के दौरान सीएम शिवराज ने इंदौर एडीएम पवन जैन को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि एडीएम में जनसुनवाई के दौरान दिग्वयांग के साथ संवेदनहीन रवैया रखा। सीएम ने पवन जैन को वल्लभ भवन में पदस्थ करने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार कलेक्टर ऑफिस में सुनवाई में सोनू पाठक नामक दिव्यांग पुहंचा था और वो अपने दादाजी का मकान अपने नाम कराने के लिए चक्कर काट रहा था। जनसुनवाई में पवन जैन के सामने पहुंचे उन्होंने अपने कागज और मोबाइल टेबल रखा तभी उसका मोबाइल खुल गया और उसका एक हिस्सा उछलकर पवन जैन के मुंह पर लग गया था।
जिसके बाद एडीएम जैन ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और अपशब्दों का प्रयोग किया। गार्डों ने भी सोनू को कक्ष के बाहर कर दिया था। इस घटनाक्रम की जानकारी मिलने के बाद सीएम शिवराज ने कहा कि अफसरों का ऐसा रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
वहीं भोपाल में भी एक अजीबोगरीब मामला सामने आया था। जहां कोहेफिजा इलाके की एक महिला ने अपने पति पर 50 लाख रुपए दहेज नहीं देने पर वाइफ स्वैपिंग करने को लेकर एफआईआर कराई। पीड़िता की शादी जून 2022 में बीकानेर के फाइव स्टार होटल के मैनेजर से हुई थी।
मैनेजर पत्नी पर घर बनाने के लिए 50 लाख रुपये लाने के लिए दबाव बना रहा था। साथ ही वह उसे वाइफ स्वैपिंग पार्टी में जाने के लिए भी दबाव बना रहा था। इसे लेकर भी सीएम ने नाराजगी जताई है और कड़ी कार्यवाई के निर्देश दिए है।
इसी कड़ी में इंदौर में टीवी एक्ट्रेस वैशाली ठक्कर की आत्महत्या जैसे मामले में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। आरोपी राहुल नलवानी और उसकी पत्नी फरार है।