अगर आप भी नौकरी के बजाय बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो मोदी सरकार आपके लिए बेहतरीन मौका लेकर आ रही है. सरकार की प्लानिंग साल 2020 तक देश में 2500 और जन औषधि दुकानें खोलने की योजना है. इस बारे में सरकार की तरफ से बुधवार को जानकारी दी गई. अभी देश भर में सस्ती दवा की पांच हजार से भी ज्यादा दुकानें संचालित हो रही हैं. मोदी सरकार की हर ब्लॉक में सस्ती दवा की कम से कम एक दुकान खोलने की योजना है. इन दुकानों से लोगों को कम कीमत में अच्छी दवाईयां मुहैया कराई जाती हैं.
जन औषधि केंद्र से दवा खरीदने की अपील
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख एल मांडविया ने मीडिया से बात करते हुए कहा पूरे देश में ‘प्रधानमंत्री भारतीय जनौषधि योजना’ के तहत जन औषधि केंद्रों की संख्या 5 हजार से ज्यादा हो गई है. साल 2020 तक देशभर में ऐसे 2,500 और स्टोर खोलने की योजना है. हमारा लक्ष्य हर ब्लॉक लेवल पर कम से कम एक जन औषधि केंद्र स्थापित करना है. मंडाविया ने लोगों से जरूरत की दवा नजदीक के जन औषधि केंद्र से खरीदने की अपील की. उन्होंने कहा कि इन केंद्रों से दवा सस्ती पड़ती है.
रोजाना 10 से 15 लाख लोग ले रहे दवा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज मरीज के इलाज में 70 प्रतिशत पैसा दवाओं पर खर्च होता है. उन्होंने कहा नॉर्मल दवाओं की मांग बढ रही है. जनौषधि केंद्र से हर रोज 10 से 15 लाख लोग दवाएं ले रहे हैं. यदि आपकी भी सरकार की इस योजना में दिलचस्पी है तो इस योजना का फायदा उठाकर हर महीने अच्छी कमाई कर सकते हैं. इस योजना से जुड़कर आप हर महीने 30 रुपये या फिर इससे भी ज्यादा की कमाई कर सकते हैं. आगे हम आपको बता रहे हैं किस तरह आप सरकार की इस योजना से जुड़कर इनकम कर सकते हैं.
आप भी खोल सकते हैं मेडिकल स्टोर
जन औषधि केंद्र शुरू करने के लिए कोई भी व्यक्ति आवेदन कर सकता है. आप भारत देश के नागरिक होने चाहिए. हॉस्पिटल, गैर सरकारी संगठन, फार्मासिस्ट, डॉक्टर समेत आमजन औषधि केंद्र खोल सकते हैं. अगर आप एससी/एसटी श्रेणी या दिव्यांग वर्ग से हैं भारत सरकार आपको 50,000 रुपये की आर्थिक मदद भी करेगी.
जरूरी दस्तावेज
जन औषधि केंद्र के लिए आवेदन करने के लिए आपके पास पैन कार्ड होना आवश्यक है. अगर आप किसी हॉस्पिटल एवं NGO के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो आपको संस्था का रजिस्ट्रेशन के प्रमाण पत्र और पैन कार्ड की जरूरत होगी. मेडिकल स्टोर खोलने के लिए 100 स्क्वायर फुट की जगह या तो खुद की या फिर किराये की होनी चाहिए.
ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन
आप http://janaushadhi.gov.in/index.aspx पर क्लिक करें. क्लिक करने पर आपके सामने Bureau of Pharma PSUs of India (BPPI) का पेज खुल जाएगा. यहां दिए गए रजिस्ट्रेशन ऑप्शन पर क्लिक करें. रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करने पर आपके सामने कई ऑप्शन आएंगे. इसमें ऑफ लाइन रजिस्ट्रेशन और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन दिखाई देंगे. साथ ही जन औषधि केंद्र खोजने की गाइड लाइंस भी यहां दी गई हैं.
रजिस्ट्रेशन पर क्लिक करने पर आपको नाम, मोबाइल नंबर, जन्मतिथि आदि जैसी सूचनाएं भरनी होंगी. इसके बाद आप आवेदन करने के लिए रजिस्टर्ड हो जाएंगे. पूरी प्रक्रिया के बाद अपना आधार नंबर दर्ज करना होगा. साथ ही आपको आधार नंबर सत्यापित कराना होगा. वेरीफाई के OTP ऑप्शन चुन सकते हैं. यहां एक फार्म खुलेगा, जिसे भरक सब्मिट करा दें और एक प्रिंट ले लें. इस प्रिंट को लेकर Bureau of Pharma PSU of India (BPPI) में 2000 रुपये की फीस के साथ रजिस्ट्रेशन कराना होगा. उसके बाद विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर (वीएलई) में लाइसेंस लेना होगा.
इतनी होगी इनकम
जन औषधि केंद्र का संचालन करने के लिए आपको दवा की एमआरपी पर टैक्स के अलावा 20 फीसदी का मुनाफा दिया जाएगा. खास बात ये है कि जन औषधि केंद्र खोलने के लिए सरकार प्रोत्साहन राशि भी दे रही है. यह राशि मासिक बिक्री के 15 फीसदी की दर से मिलती है और कम से कम आपको 10 हजार रुपये महीने के मिलेंगे.