क्या आप जानते हैं कि घरेलू गैस सिलेंडर की सब्सिडी लेने के लिए कंपनी के सर्वर में दर्ज की गई आपके आधार कार्ड की जानकारी चोरी हो रही है। तकनीकी खबरों के एक विदेशी ने दावा किया है कि सार्वजनिक क्षेत्र की एलपीजी वितरण कंपनी इंडेन के सिस्टम में गड़बड़ी के कारण कोई भी आदमी किसी भी आधार कार्ड धारक का डाटा डाउनलोड कर सकता है, जिसमें उनके बैंक खातों की जानकारी भी शामिल है।
रिपोर्ट में खुद को सुरक्षा शोधकर्ता बताने वाले दिल्ली निवासी करण सैनी के हवाले से दावा किया है कि इंडेन कंपनी के सिस्टम में एक असुरक्षित प्वॉइंट है, जिससे ये डाटा चोरी हो रहा है।
सैनी का दावा है कि किसी भी ग्राहक की पहचान की पुष्टि करने के लिए आधार डाटाबेस का उपयोग इंडेन एनेलेटिक्ल प्रोफाइल इंडेक्स (एपीआई) प्रणाली के जरिए करता है। लेकिन कंपनी की एपीआई प्रणाली को सुरक्षित नहीं किया गया है, जिससे कोई भी उसमें सेंध लगाकर किसी का भी डाटा देख सकता है। सैनी के हवाले से पोर्टल ने सेंध लगाने के तरीके की पूरी तकनीकी जानकारी भी दी है।
बताने पर भी नहीं चेते भारतीय अधिकारी
न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस संबंध में भारतीय अधिकारियों को उनकी तरफ से ई-मेल के जरिए कई बार चेताया गया, लेकिन न कोई जवाब दिया गया और न ही गड़बड़ी ठीक की गई।
न्यूज पोर्टल ने दावा किया कि न्यूयॉर्क स्थित भारतीय दूतावास के वाणिज्यदूत देवी प्रसाद मिश्रा को भी इसकी जानकारी दी गई, लेकिन उन्होंने भी इस पर प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके एक हफ्ते बाद भी यह गड़बड़ी जारी थी। हालांकि न्यूज पोर्टल का दावा है कि शुक्रवार को उसके खबर प्रकाशित करने के बाद इस असुरक्षित प्वॉइंट को फिलहाल बंद कर दिय गया है।
डाटा लीक का दावा गलत, आधार पूरी तरह सुरक्षित: यूआईडीएआई
डाटा लीक का दावा गलत, आधार पूरी तरह सुरक्षित
उधर, जेडडीनेट की आधार कार्ड धारकों का डाटा लीक होने की खबर पर शनिवार को भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने कहा कि उसके डाटा बेस में कोई सेंध नहीं लगी है और डाटा लीक का दावा पूरी तरह आधारहीन है। यूआईडीएआई ने तर्क दिया है कि यदि दावे को सही माना भी जाए तो सुरक्षा संबंधी चिंताएं सिर्फ कंपनी के डाटा बेस की होनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ में है मामला
आधार डाटा लीक की ये खबरें उस समय आई हैं, जब इसे लेकर ही सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ इससे जुड़े मामलों की सुनवाई कर रही है। इस सप्ताह के शुरू में यूआईडीए के सीईओ अजय भूषण पांडे ने आधार योजना को सुरक्षित बताने के लिए सुप्रीम कोर्ट के सामने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन भी पेश की है।