अतीक अहमद के खिलाफ चल रही कार्रवाई के क्रम में उसके आर्थिक साम्राज्य को तगड़ा झटका लगा है। हाल यह है कि महज पखवारे भर की कार्रवाई में ही उसे 200 करोड़ से ज्यादा की चोट पहुंच चुकी है। यह वह आंकड़े हैं जो बकायदा लिखापढ़ी में हैं। पुलिस व प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि अवैध रूप से खड़ी की गई हर संपत्ति पर कार्रवाई की जाएगी।
अतीक के खिलाफ कार्रवाई का क्रम तो बहुत पहले ही शुरू हो गया था लेकिन पिछले नौ दिनों के भीतर इसमें काफी तेजी आई। प्रयागराज विकास प्राधिकरण, जिला प्रशासन व पुलिस की संयुक्त टीम लगभग रोज ही माफिया की अवैध तरीके से खड़ी गई संपत्तियों पर कार्रवाई कर रहे हैं। इनमें कई बेशकीमती जमीनें शामिल हैं तो आलीशान भवन व व्यावसायिक कॉम्पलेक्स भी हैं।
जमीनों से अवैध कब्जा हटवाया गया तो नियमविरुद्ध तरीके से हुए निर्माण भी ध्वस्त कराए गए। जानकारों का कहना है कि इन नौ दिनों में अतीक की जिन संपत्तियों पर कार्रवाई की गई, उनके संबंध में उपलब्ध कराए गए ब्यौरे के अनुसार माफिया को 17 दिनों के भीतर 224 करोड़ की चोट पहुंची है। नुकसान का यह आंकड़ा सिविल लाइंस, खुल्दाबाद, शिवकुटी स्थित जमीनों के मौजूदा सर्किल रेट के हिसाब से निकाला गया है।
5 सितंबर, मद्रास होटल
सिविल लाइंस में हाईकोर्ट के पास स्थित मद्रास होटल को ध्वस्त कराया गया। अफसरों ने बताया कि अतीक के साढू इमरान के कब्जे वाली इस संपत्ति की अनुमानित कीमत करीब 15 करोड़ रुपये है।
7 सितंबर- नवाब यूसुफ रोड
पीडीए ने सिविल लाइंस में रॉयल होटल के पास स्थित 418 वर्ग मीटर जमीन पर बने अतीक के गोदाम को ध्वस्त कराया। इसकी कीमत करीब पांच करोड़ रुपये आंकी गई।
9 सितंबर, झूंसी कटका
झूंसी के कटका स्थित 10 हजार वर्ग मीटर में बना अतीक का कोल्ड स्टोरेज प्रशासन ने कब्जे में लिया। इसकी कीमत लगभग 25 करोड़ रुपये बताई गई।
10 सितंबर, करेली में अवैध प्लाटिंग
पीडीए की टीम ने करेली में अतीक अहमद के लिए काम करने वाले मो. असद की 10 बीघा जमीन पर की गई अवैध प्लाङ्क्षटग ध्वस्त की। जिसकी अनुमानित कीमत 3 करोड़ के आसपास बताई गई।
11 सितंबर, मेहंदौरी
अतीक के चचेरे भाई हमजा की 10 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति पर बुलडोजर चलवाया गया। यहां करीब दो बीघा जमीन पर बने भवन जमीदोंज कराए गए
12-सितंबर, एमजी मार्ग
हाईकोर्ट हनुमान मंदिर के पास अतीक के दो मंजिला व्यावसायिक भवन को ध्वस्त कराया गया। 570 वर्ग मीटर कुल क्षेत्रफल वाली जमीन का ही मूल्य सात करोड़ के आसपास बैठता है।
13 सितंबर, लूकरगंज खुल्दाबाद
10178 वर्ग मीटर क्षेत्रफल की दो जमीनों से अतीक का अवैध कब्जा हटवाया गया। जिसकी कीमत लगभग 89 करोड़ रुपये बताई गई।
20 सितंबर, करबला खुल्दाबाद
1000 वर्ग मीटर जमीन में बने इसे कार्यालय का आंशिक भाग ध्वस्त किया गया। लेकिन इसमें भी उसे 10 करोड़ का नुकसान हुआ।
22 सितंबर, चकिया खुल्दाबाद
करीब 10 हजार वर्ग मीटर भूमि में बनाया गया अतीक का आशियाना पूरी तरह से जमीदोंज कराया गया। कीमत कम से कम 50 करोड़ बताई जा रही है।
पिछले नौ दिनों में सिविल लाइंस, करेली, मेहंदौरी व खुल्दाबाद में अतीक व उसके सहयोगियों की संपत्तियों पर कार्रवाई की गई। जितने वर्ग मीटर जमीन पर कार्रवाई की गई, उसका अनुमानित मूल्य सर्किल रेट के आधार पर निकाला गया।
उदाहरण के लिए, नवाब यूसुफ रोड पर मुख्य मार्ग पर व्यावसायिक भूमि का सर्किल रेट 1.2 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर है। ऐसे में 418 वर्ग मीटर के हिसाब से यहा आंकड़ा पांच करोड़ रुपये के आसपास बैठता है। इसी तरह अन्य संपत्तियों की भी अनुमानित कीमत निकाली गई।
फिलहाल माफिया को नुकसान का जो आंकड़ा ऊपर दिया गया है,वह जमीनों के सरकारी मूल्य के आधार पर निकाला गया है। जबकि जानकारों का यह भी कहना है कि बाजारू मूल्य की बात की जाए, तो नुकसान का आंकड़ा और ज्यादा है। इसलिए क्योंकि बाजार में जमीनें सर्किल रेट से कई गुना ज्यादा दाम पर बेची जाती हैं।