गुजरात में राज्यसभा चुनाव के ऐलान के बाद से कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे का दौर जारी है. अब तक 8 विधायक कांग्रेस का हाथ छोड़ चुके हैं.
बीते दिनों में तीन विधायकों ने इस्तीफा दिया है. इसमें कर्जन से अक्षय पटेल, कपराडा से जीतू चौधरी और मोरबी से ब्रिजेश मेरजा हैं. ब्रिजेश मेरजा ने आज अपना इस्तीफा स्पीकर को सौंपा.
राज्यसभा चुनाव के ऐलान के बाद कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था. गढ्डा से प्रवीण मारू, लिंबडी से सोमा पटेल, अबडासा से प्रद्युम्न सिंह जडेजा, धारी से जेवी काकड़िया और डांग से मंगल गावित ने अपना इस्तीफा दिया था.वहीं, कल यानी गुरुवार को जिन दो विधायकों ने इस्तीफा दिया, वे अक्षय पटेल और जीतू चौधरी थे.
गुजरात विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने कल कहा था कि दोनों कांग्रेस विधायक बुधवार शाम त्यागपत्र के साथ मेरे पास आए. मैंने उनका सत्यापन किया.
उन्होंने मास्क लगाए थे. मैंने उन्हें उसे हटाने के लिए कहा और उनके चेहरों की पहचान करने के बाद फिर उनके इस्तीफे स्वीकार कर लिए. वे अब सदन के सदस्य नहीं हैं.
कांग्रेस ने राज्यसभा चुनाव के लिए दो उम्मीदवारों- शक्ति सिंह गोहिल और भरत सिंह सोलंकी को मैदान में उतारा है. गोहिल को पहली वरीयता का वोट मिलेगा और उनका राज्यसभा के लिए निर्वाचित होना निश्चित है, लेकिन भरत सिंह सोलंकी का भविष्य अधर में लटका है. अब केवल प्रबंधन कौशल ही उन्हें निर्वाचित कर सकता है.
विधायकों के इस्तीफे पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोडवाडिया ने कहा कि बीजेपी हमारे विधायकों को लुभाने के लिए पैसे के साथ ही धमकी का इस्तेमाल कर रही है. अक्षय पटेल की खनन में व्यावसायिक हित हैं और इसलिए उन्हें लालच दिया गया है.