कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के मद्देनजर हरिद्वार में आयोजित होने वाले महाकुंभ के आयोजन को छोटा कर दिया गया है. अब यहां कुंभ का आयोजन एक अप्रैल से 30 अप्रैल तक की बजाए 28 अप्रैल तक ही होगा. केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा इसे लेकर दिशानिर्देश भी जारी कर दिए गए हैं. इन दिशानिर्देशों का प्रशासन को सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिए गए हैं.
हरिद्वार में वर्ष 2021 में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में चार शाही स्नान घोषित हुए है. जिसमें एक स्नान महाशिवरात्रि 11 मार्च 2021 से शुरू होकर चैत्र अमावस्या यानी सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल 2021 , बैशाखी कुम्भ स्नान 14 अप्रैल 2021 और चैत्र पूर्णिमा 27 अप्रैल 2021 को खत्म होंगे. इनके अलावा पर्व स्नान भी होंगे.
बता दें कि कुंभ को लेकर आध्यात्मिक राजधानी हरिद्वार को लाखों करोड़ों संतों और श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार किया जा रहा है. धर्मनगरी को सजाया जा रहा है. भव्य और दिव्य कुंभ करने के लिए ईश्वरीय निमंत्रण दिया जा रहा है लेकिन कोरोना काल में विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को सकुशल संपन्न करवाना एक बड़ी चुनौती है और इसी के चलते कुम्भ का आयोजन 28 दिन यानी 1 अप्रैल से 28 अप्रैल तक कर दिया गया है.
फिलहाल अभी महाकुंभ की अधिसूचना जारी होने की प्रतीक्षा है. वैसे देखा जाए तो अधिसूचना से आध्यात्मिक आयोजनों में कोई प्रभाव नहीं होता है मगर नोटॉफिकेशन होने के बाद प्रशासन द्वारा की जाने वाली व्यवस्थाएं और आयोजन भव्यता के साथ हो पाते हैं. लेकिन इस बार कुंभ की अवधि कम होने से भव्यता थोड़ी फीकी जरूर होगी. आमतौर पर 4 माह के लिए होने वाला कुंभ इस बार सिर्फ 28 दिन का ही रह गया है.