देश की राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को इस्रायली दूतावास के बाहर हुए बम धमाके के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपना बंगाल दौरा रद्द कर दिया। अब उनकी जगह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रैली को संबोधित करेंगी। इस रैली में राजीव बनर्जी सहित पांच नेता भी शामिल होंगे जो तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़कर पार्टी में आ गए हैं। इन नेताओं ने शनिवार को दिल्ली आकर अमित शाह से मुलाकात की थी।
शाह 30 और 31 जनवरी को पश्चिम बंगाल का दौरा करने वाले थे। हालांकि वे 12 बजे डुमराजुला में एक आभासी रैली को संबोधित कर सकते हैं। राज्य में इस साल अप्रैल-मई के बीच विधानसभा चुनाव होने हैं। भाजपा यहां अपनी सरकार बनाने के तमाम दावे कर रही है। वहीं सत्तारूढ़ टीएमसी के लिए अपने नेताओं को एकजुट रख पाना मुश्किल होता जा रहा है। बीते कुछ समय से उसके नेताओं का भाजपा में शामिल होने का सिलसिला जारी है।
टीएमसी के पांच नेताओं- राजीव बनर्जी, वैशाली डालमिया, प्रबीण घोषाल, रथिन चक्रवर्ती और पार्थ सारथी चटर्जी और अभिनेता रुद्रनील घोष ने शनिवार को शाह के आवास पर मुलाकात के बाद पार्टी की सदस्यता ले ली। घोष ने हाल ही में टीएमएसी के खिलाफ बोलना शुरू किया था। वहीं बनर्जी ने शुक्रवार को पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था।
बनर्जी ने शनिवार को कहा, ‘टीएमसी से मेरे इस्तीफे के बाद मुझे भाजपा नेतृत्व से फोन आया। अमित शाह जी ने मुझे दिल्ली आने को कहा। अगर मुझे राज्य के विकास के संबंध में आश्वासन मिलता है तो मैं पार्टी में शामिल हो जाऊंगा। उन्होंने मुझसे पांच अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों को भी अपने साथ चलने की सूचना देने का आग्रह किया जो बेहतर तरीके से लोगों की सेवा करना चाहते हैं।’
वहीं पार्टी के अंदर नेताओं की नाराजगी का सामना करने वाली टीएमसी का कहना है कि जो लोग छोड़कर जा रहे हैं उनका कोई लंबा राजनीतिक इतिहास नहीं है। टीएमसी सांसद और प्रवक्ता सौगत राय ने कहा, ‘जो लोग पार्टी छोड़कर गए हैं उनका कोई लंबा राजनीतिक इतिहास नहीं है। उनमें से अधिकांश को (मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख) ममता बनर्जी द्वारा पार्टी में शामिल किया गया था। भविष्य में टीएमसी सावधान रहेगी।’