यौन शोषण के मामले में आसाराम करीब सात साल से जेल में बंद है। उसकी जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए जोधपुर की अदालत राजी हो गई है। दरअसल, आसाराम ने अपनी उम्र का हवाला देते हुए अदालत से जमानत याचिका पर सुनवाई करने की गुहार लगाई थी। इसके बाद जोधपुर कोर्ट ने याचिका की अर्जी को मंजूर कर लिया। इस मामले की सुनवाई जनवरी के तीसरे सप्ताह में होगी।
जानकारी के मुताबिक, आसाराम ने अपनी उम्र की दलील देते हुए कोर्ट से जमानत याचिका पर सुनवाई की अपील की। न्यायामूर्ति संदीप मेहता और रामेश्वरलाल व्यास की खंडपीठ ने आसाराम की अर्जी को स्वीकार कर लिया। आसाराम ने अपनी दलील में कहा कि मैं 80 साल का वृद्ध हूं और साल 2013 से जेल में बंद हूं। मेरी जमानत याचिका पर अदालत जल्द सुनवाई करे। बता दें कि आसाराम की अर्जी वरिष्ठ अधिवक्ता जगमाल चौधरी और प्रदीप चौधरी ने पेश की थी।
गौरतलब है कि 2013 में एक नाबालिग लड़की ने जोधपुर के पास मनाई आश्रम में आसाराम पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। इसके बाद 31 अगस्त 2013 को आसाराम को मध्यप्रदेश के इंदौर से गिरफ्तार किया गया। आसाराम पर पोक्सो एक्ट, जुवेनाइल जस्टिस एक्ट, दुष्कर्म, आपराधिक षडयंत्र और दूसरे कई मामलों के तहत केस दर्ज हैं। साल 2014 में आसाराम ने सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।
अप्रैल 2018 में जोधपुर स्पेशल कोर्ट ने आसाराम बापू को दोषी करार दिया था, जिसके बाद कोर्ट ने आसाराम बापू को आजीवन कारावास और एक लाख रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। अब इस मामले में आसाराम ने जमानत पर सुनवाई के लिए याचिका दाखिल की है।