नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने पाकिस्तान के हिजबुल मुजाहिद्दीन पर शक जताते हुए कहा है कि कश्मीर समेत पूरे देश में हिंसा भड़काने के लिए फंड जारी करता था। राष्ट्रीय जांच एजेंसी को इस बात के सबूत मिले हैं कि जो लोग इस धंधे में लगे हैं उनके अकांउट में करीब चार से पांच करोड़ रुपये आए हैं।
कश्मीर पहुंचने पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने किया खुलासा
राष्ट्रीय जांच एजेंसी की चार सदस्यीय टीम जांच के लिए कश्मीर घाटी पहुंची है। जांच एजेंसी ने हाल ही कश्मीर में हिंसा को भड़काने के लिए की जा रही फंडिंग को लेकर केस भी दर्ज किया था। शुरुआती जांच के बाद सूत्रों के हवाले से खबर है कि कश्मीर के आठ लोगों के अकाउंट में कई बार तीन-तीन लाख रुपये करके 4 से 5 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं।
10-10 हजार के चेक से निकाली गई रकम
ये अकाउंट्स जम्मू-कश्मीर बैंक के हैं और इनसे 10-10 हजार रुपये के चेक के जरिए पैसों की निकासी की गई। एनआईए का कहना है कि ये आठ अकाउंट्स उन आम लोगों के हैं, जिनके खाते में इतना पैसा नहीं आ सकता है। जांच टीम मामले में कई लोगों से पूछताछ कर रही है।
खाड़ी देश से आए पैसे!
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए को शक है कि करोड़ों की यह रकम खाड़ी देशों से आई है। यही नहीं, एजेंसी का मानना है कि विदेशों से फंडिंग का यह खेल बहुत बड़ा हो सकता है। खास बात यह भी है कि जिन लोगों के अकाउंट में पैसे आए हैं, उन्होंने कभी अपना इनकम टैक्स रिटर्न नहीं भरा है। मामले में बैंक के अधिकारियों से भी पूछताछ हो सकती है।
बड़े बिजनेसमैन हो सकते हैं शामिल
एनआईए को शक है कि इस पूरे सिंडिकेट में कुछ बड़े व्यापारी शामिल हो सकते हैं। एनआईए की टीम के कश्मीर से लौटने के रिपोर्ट तैयार करेगी, जिसके आधार पर रेगुलर केस दर्ज किया जा सकता है। एनआईए को कश्मीर के 10 जिलों में फंडिंग होने का शक है।