ब्रिस्बेन टेस्ट के तीसरे दिन वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई पेस अटैक की धज्जियां उड़ाते हुए भारत को मैच में वापस ला दिया. 186 के स्कोर पर 6 विकेट गिरने के बाद इन दोनों ही बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को आड़े हाथों लिया और खुलकर शॉट्स लगाए. वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने मिलकर सातवें विकेट के लिए 123 रनों की पार्टनरशिप कर दी.
ऑस्ट्रेलिया के 369 रन के जवाब में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों की नाकामी के कारण बैकफुट पर खड़ा भारत आखिर में अपनी पहली पारी में 336 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में सफल रहा. ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी बिना किसी नुकसान के 21 रन बनाये थे और इस तरह से उसकी कुल बढ़त 54 रन की हो गई है. स्टंप उखड़ने के समय डेविड वॉर्नर 20 और मार्कस हैरिस एक रन पर खेल रहे थे.
भारत का स्कोर एक समय छह विकेट पर 186 रन था और वह ऑस्ट्रेलिया से 183 रन पीछे था. ठाकुर (67) और सुंदर (62) ने यहीं से जिम्मेदारी संभाली और सातवें विकेट के लिये 123 रन की साझेदारी की जो वर्तमान सीरीज में दोनों टीम की तरफ से किसी भी विकेट के लिए दूसरी बड़ी साझेदारी है.
ऑस्ट्रेलिया की तरफ से जोश हेजलवुड ने 57 रन देकर पांच विकेट लिए. मिशेल स्टार्क और पैट कमिंस ने दो-दो विकेट हासिल किए. भारत ने सुबह चेतेश्वर पुजारा (25) और कप्तान अजिंक्य रहाणे (37), मयंक अग्रवाल (38) और ऋषभ पंत (23) के विकेट गंवाए. ये चारों बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल पाए, जिसकी भारत को सख्त जरूरत थी.
सुंदर और ठाकुर ने हालांकि ऑस्ट्रेलिया की बड़ी बढ़त हासिल करने की उम्मीदों पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ी. सुंदर ने शॉर्ट पिच गेंदों का अच्छी तरह सामना करके अपनी तकनीक से प्रभावित किया.
ठाकुर भी ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजों के सामने किसी तरह से दबाव में नहीं दिखे. ऑस्ट्रेलिया ने 80 ओवर पूरे होते ही नई गेंद ली, लेकिन इन दोनों पर उसका भी प्रभाव नहीं पड़ा. उन्होंने नई गेंद से 22 ओवर तक ऑस्ट्रेलिया को सफलता से दूर रखा.
बाएं हाथ की उंगली में चोट के बावजूद ठाकुर का स्टार्क पर लगाया गया ड्राइव दर्शनीय था. उन्होंने अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे लियोन पर लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़कर अपना पहला अर्धशतक पूरा किया. इसी ओवर में सुंदर के खूबसूरत चौके से साझेदारी तिहरे अंक में पहुंची.
सुंदर भी अगले ओवर में अर्धशतक पूरा करने में सफल रहे. यह साझेदारी तोड़ने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने अपना पूरा दमखम लगाया और लगातार शॉर्ट पिच गेंदें की. आखिर में कमिंस की बेहतरीन गुडलेंथ गेंद ठाकुर को भेदकर विकेटों में समा गई.
ठाकुर ने अपनी पारी में 115 गेंदें खेली तथा नौ चौके और दो छक्के लगाए. सुंदर के लिए तेज गेंदबाजों ने लगातार शॉर्ट पिच गेंदे की. ऐसी कुछ गेंदों को उन्होंने अपने शरीर पर झेला, लेकिन आखिर में स्टार्क की शॉर्ट पिच गेंद गली में कैमरन ग्रीन की तरफ उछाल गई जिन्होंने उसे बड़ी खूबसूरती से कैच में बदला. दसवें नंबर के बल्लेबाज मोहम्मद सिराज ने भी 13 रन का योगदान दिया.