भारत के खिलाफ चौथे और आखिरी क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई पारी 294 रन पर सिमटी। पहली पारी में 33 रन की बढ़त के आधार पर भारत को अब मैच जीतने के लिए 328 रन बनाने होंगे।
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मोहम्मद सिराज ने दूसरी पारी में पांच विकेट पूरे किए। अंतिम बल्लेबाज जोश हेजलवुड का कैच चार विकेट लेने वाले शार्दुल ठाकुर ने पकड़ा।
ब्रिस्बेन टेस्ट में इतिहास और टीम इंडिया के बीच 328 रन का लक्ष्य है. भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को भेद दिया तो न सिर्फ जीत पक्की होगी बल्कि 1988 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसके गढ़ में हराने वाली पहली टीम भी बन जाएगी. इसके अलावा इतिहास दोहराते हुए टेस्ट सीरीज पर भी 2-1 से उसका कब्जा हो जाएगा.
वैसे ब्रिस्बेन में अभी तक सबसे सफल चेज 236 रन ही रहा है और ऑस्ट्रेलिया ने भारत के सामने 328 का टारगेट रखा है. लेकिन, अगर इस कहानी का दूसरा भाग देखें तो ब्रिस्बेन में चौथी इनिंग में रन बनते भी हैं. पाकिस्तान ने यहां 2016 में खेले टेस्ट में चौथी पारी में 450 रन बनाए थे.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 294 रन पर खत्म हुई. ऑस्ट्रेलिया की सेकेंड इनिंग को 300 रन के अंदर समेटने में भारत को दो गेंदबाजों मोहम्मद सिराज और शार्दुल ठाकुर का बड़ा हाथ रहा. सिराज ने 5 विकेट चटकाए तो शार्दुल ने 4 विकेट अपने नाम किए. वहीं दूसरी पारी में एक मात्र विकेट वाशिंगटन सुंदर के नाम रहा.
ब्रिस्बेन टेस्ट में अभी पूरे एक दिन का खेल बचा है. विकेट अभी भी बल्लेबाजी के माकूल है. ऐसे में अगर एक दो साझेदारी हुई और मौसम ने करवट नहीं ली तो भारत इतिहास रच सकता है. कप्तान रहाणे ब्रिस्बेन की ऐतिहासिक जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया फतह की ट्रॉफी उठाए दिख सकते हैं.