यदि सबकुछ ठीक रहा तो ब्रिटेन में 12 दिसंबर को चुनाव होंगे। ब्रेक्जिट गतिरोध खत्म करने के लिए चुनाव कराने को लेकर ब्रिटेन के प्रधनमंत्री बोरिस जॉनसन के प्रस्ताव का ब्रिटेन के सांसदों ने समर्थन किया है। कल मंगलवार की रात को हाउस ऑफ कॉमन्स ने चुनाव की तारीख के पक्ष में मतदान किया। अब गेंद हाउस ऑफ लॉर्ड्स के पाले में है। यदि वह इस संबंध में विधेयक पारित कर देती है और यह विधेयक कानून का रूप ले लेता है तो ब्रिटेन में एक साल के भीतर यह तीसरा चुनाव होगा।
हफ्ते के अंत तक इस विधेयक के हाउस ऑफ लॉर्ड्स में कानून बन जाने की उम्मीद है। तो ब्रिटेन में यह चार साल के भीतर तीसरा चुनाव होगा। कानून बनने के बाद नेताओं को मतदान की तारीख यानी 12 दिसंबर तक तक पांच हफ्ते तक चुनाव प्रचार करने का समय मिलेगा। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के क्रिसमस के पहले चुनाव कराने की मंशा को ब्रेक्जिट के पक्ष में जन समर्थन जुटाने की कवायद के तौर देखा जा रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री मध्यावधि चुनाव सांसदों के समर्थन से ही करा सकते हैं। इससे पहले जॉनसन तीन बार सांसदों के समर्थन जुटाने की कोशिश कर चुके थे।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की 12 दिसंबर तक आम चुनाव कराने की यह चौथी कोशिश थी जिसमें वह कामयाब होते दिख रहे हैं। बीते दिनों यूरोपीय यूनियन से ब्रिटेन को 31 अक्टूबर तक बाहर निकालने के लिए जॉनसन ने ‘करो या मरो’ का संकल्प दिया था जो नाकाम रहा। यूरोपीय यूनियन द्वारा ब्रेक्जिट समयसीमा को 31 जनवरी तक बढ़ा दिया गया था। इसके बाद जॉनसन ने जल्द चुनाव कराने की कोशिश की थी जिसे सांसदों ने खारिज कर दिया था। अब जाकर उन्हें हाऊस ऑफ कॉमन्स (ब्रिटिश संसद के निचले सदन) से मध्यावधि चुनाव के विधेयक पर सफलता मिली है।
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