बजट 2019 की एक घोषणा के एक लाख से ज्यादा लोग सरकार के निशाने पर आ गए हैं। दरअसल, एक लाख 75 हजार लोगों ने एक साल में बैंक खातों से एक करोड़ रुपये की निकासी की है। इस जानकारी के बाद से सरकार के कान खड़े हो गए हैं, क्योंकि इनमें से ज्यादातर मामलों में पैन की जानकारी गलत पाई गई। बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस बार के बजट में घोषणा की है कि बैंक खातों से सालभर में एक करोड़ रुपये से ज्यादा रकम निकालने पर 2 फीसद टीडीएस कटेगा।
देशभर के 1 लाख 75 हजार लोगों, कारोबारी घरानों एवं विभिन्न संस्थाओं ने वित्त वर्ष 2017-18 में अपने बैंक खातों से 1 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम निकाली थी। आंकड़ों से ऐसा लगता है कि कुछ मामलों में अवैध लेनदेन के मकसद से भी पैसे निकाले गए थे। इसमें कई मामले ऐसे भी सामने आए हैं, जिनसे रुपये निकासी के लिए गलत पैन दिया गया। कई मामलों में तो पैन दिया ही नहीं गया है।
सरकार उन करंट खातों के आंकड़े जुटाती है, जिनसे सालाना 50 लाख रुपये या उससे ज्यादा की रकम की निकासी की जाती है। साथ ही, सरकार की नजर कुछ बचत खातों पर भी होती है। वित्त वर्ष 2017-18 के आंकड़े बताते हैं कि 1 लाख एंटिटीज ने पैन की जानकारी देकर 1 से 2 करोड़ रुपये निकाले, जबकि करीब 500 एंटिटीज ने अपने बैंक खातों से 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की नकदी निकासी की।