खनौरी बॉर्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरण व्रत 39वें दिन में पहुंच गया है। उनकी हालत बेहद नाजुक है। इस बीच जगजीत सिंह डल्लेवाल ने एक वीडियो जारी कर लोगों से 4 जनवरी को खनौरी पहुंचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि आप सभी जानते हैं कि MSP की लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि देश के जो लोग MSP की लड़ाई का हिस्सा है और इस लड़ाई को मजबूती से लड़ना और जीतना चाहते है, उन सभी को मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि 4 जनवरी को खनौरी बॉर्डर पर आप सभी के दर्शन करना चाहता हूं। कल 4 जनवरी को दर्शन देने की कृपा करें। मैं आप सबका आभारी रहूंगा। बता दें कि कल खनौरी मोर्चे पर किसानों की ओर से महापंचायत की जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में किसान खनौरी पहुंचेंगे।
केंद्र सरकार तुरन्त किसानों से बातचीत करे: भगवंत मान
बता दें कि किसान विरोधी रवैये के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसान विरोधी सख्त कानून को पिछले दरवाजे से पास करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा की जा रही किसी भी कोशिश का राज्य सरकार जोरदार विरोध करेगी। यहां अपने सरकारी आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले कुछ महीनों से शंभू और खनौरी सीमा पर किसान आंदोलन चल रहा है। उन्होंने बताया कि किसान संगठनों ने पिछले साल जनवरी-फरवरी में केंद्र सरकार से विस्तारपूर्वक वार्ता की थी और राज्य सरकार ने इस वार्ता के लिए पुल का काम किया।
उन्होंने कहा कि किसानों की मांगें मुख्य रूप से केंद्र सरकार से संबंधित हैं, और इसमें पंजाब की कोई भूमिका नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने किसानों के प्रति कोई संवेदनशीलता नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि अब केंद्र सरकार पीछे के दरवाजे से काले कानून लागू करने का प्रयास कर रही है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि किसानों की सभी मांगें केंद्र सरकार से जुड़ी हुई हैं, लेकिन मोदी सरकार इस पर उदासीन बनी हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की ओर से मरण व्रत जारी है परंतु केंद्र सरकार को उनकी परवाह नहीं है, जबकि राज्य सरकार ने उनकी स्वास्थ्य देखभाल के लिए 50 से अधिक डाक्टरों की नियुक्ति की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने खुद डल्लेवाल को फोन कर उनका मरण व्रत समाप्त करने की अपील की थी, परन्तु केंद्र सरकार ने अन्नदाताओं की भावनाओं को शांत करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार चाहती है कि शांतिपूर्ण ढंग से बैठे डल्लेवाल और किसानों को धरने की जगह से हटा दिया जाए, भले ही इस आंदोलन से कानून व्यवस्था में कोई समस्या पैदा नहीं हो रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसी भी ऐसे कदम का समर्थन नहीं करेगी, जो पंजाब और उसके किसानों के हितों के खिलाफ हो।