बेमौसम बारिश व ओलावृष्टि से कुमाऊं में एक बार फिर आफत का दौर शुरू हो गया है। शुक्रवार रात अंधड़ से पिथौरागढ़ के थल में एक मकान की छत उड़ गई। सरोवर नगरी नैनीताल में ओलावृष्टि से बर्फ जैसी सफेद चादर बिछ गई है। अल्मोड़ा, चम्पावत, बागेश्वर जिलों में बारिश से ठंड लौट आई है।
धारचूला में सड़क पर आया ग्लेशियर
बारिश व ओलावृष्टि से मौसम शुक्रवार को फिर बिगड़ गया। इस बीच हिमालय की ऊंची चोटियों और उच्च हिमालयी क्षेत्र में हिमपात भी हुआ। धारचूला के दारमा घाटी में सेला के पास धौली नदी पर बना पुल बर्फ के दबाव से टूट गया। इससे ग्रामीणों को बीच रास्ते से ही वापस लौटना पड़ा। सेला, बौगलिंग और नागलिंग के बीच सड़क पर ग्लेशियर आ गए हैं।
अल्मोड़ा में चार डिग्री लुढ़का पारा
अल्मोड़ा में शुक्रवार रात में हुई बारिश के बाद सुबह आसपास की घाटी वाले इलाकों में कोहरा छाया रहा। बीते 24 घंटे के दौरान न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ गई है। नैनीताल में हर तरफ ओलों की सफेद चादर बिछी है। ऊंची चोटियों पर हिमकण गिरने से जनजीवन प्रभावित हो गया है।
महिला व चार बच्चे बाल-बाल बचे
पिथौरागढ़ जिले के थल तहसील में शुक्रवार रात की बारिश व अंधड़ से दंतोला गांव में हीरा देवी के मकान की छत पड़ गई। घर में रखा सामान भी खराब हो गया है। हीरा देवी चार बच्चों के साथ मकान में रहती हैं। ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष मनोज कार्की ने बताया कि तहसील प्रशासन को मामले की जानकारी दे दी गई है।
हाईवे पर गिर रहे बोल्डर
पाडली से काकडी़घाट तक का सफर खतरनाक हो गया है। जगह-जगह पहाड़ी से पत्थर गिरने से दुर्घटना की आशंका बनी हुई है। पाडली से काकड़ीघाट तक करीब 15 किमी हिस्से में आवाजाही करना मुसीबत का सबब बना हुआ है। लोगों ने एनएच पर सुरक्षात्मक कार्य कराए जाने की मांग की है।