कुछ खबरें ऐसी होती हैं, जिन पर भरोसा करना नामुमकिन सरीखा होता है. ज्यादातर ऐसी खबरों के बारे में जानकर सबका सिर शर्म से झुक जाता है. ऐसी ही एक दास्तान यूपी के आगरा से सामने आई है. ये अपने बेटे की जान बचाने के लिए जिस्मफरोशी के धंधे में एक मां के उतरने की दर्दनाक कहानी है.
पश्चिम बंगाल में 24 परगना जिले में रहने वाले एक भाई की शादीशुदा बहन गायब हो गई. उसे ढूंढने के लिए भाई ने बंगाल, दिल्ली, मुंबई, चेन्नई के रेड लाइट इलाकों की गलियों को छान मारा. आखिर 23 नवंबर, 2018 को पता चला कि उसकी बहन को आगरा की बदनाम इलाके, कश्मीरी बाजार में बेच दिया गया है. उसने कश्मीरी बाजार की बदनाम गलियों में चक्कर लगाना शुरू कर दिया. अचानक एक दिन उसे अपनी बहन एक झरोखे में झांकती मिली. भाई को कम से कम यकीन हुआ कि बहन जिंदा है.
अब भाई ने बहन से मिलने की तरकीब सोची. वह ग्राहक बनकर बहन से जाकर मिला. बहन ने भी भाई को पहचान लिया लेकिन वह मजबूरी में उससे बात नहीं कर सकी क्योंकि 4 साल का बच्चा जिस्मफरोशी कराने वालों के कब्जे में था. बहन ने बताया कि जिस्मफरोशी कराने के लिए बच्चे को जान से मारने की धमकी दी जाती है. बच्चे को दिल्ली की जीबी रोड पर बंधक बनाकर रखा हुआ है. बहन की बच्चे से वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से रोज बात कराई जाती थी.
भाई ने बहन से जानकारी जुटाकर आगरा के छत्ता थाने में संपर्क किया. 5 दिन तक पुलिस ने रैकी करने के बाद कश्मीरी बाजार से महिला को छुड़ा लिया. वॉट्सऐप वीडियो कॉल करने वाले नंबर को पुलिस ने सर्विलांस पर लगा दिया. पकड़े जाने के डर से अपहरण करने वालों ने बच्चे को आगरा में शिफ्ट कर दिया.
पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कश्मीरी बाजार गुदड़ी के मंसूर खान से बच्चे को बरामद कर लिया. पुलिस ने 2 महिला कोठा संचालकों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. इन पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया.