बढ़ती उम्र के साथ शरीर भी अपनी इच्छाओं का साथ छोड़ने लगता है और सोचने की क्षमता के अनुरूप शरीर काम नहीं करता है. लेकिन सेक्स के बारे में जानकर आप हैरान हो जायेंगे क्योकि आपकी बढ़ती उम्र में सेक्स का आनंद बढ़ता जाता है. आपकी उम्र बढ़ेगी उसके हिसाब से सेक्स के आनंद भी बढ़ता जायेगा, उम्र को लेकर सेक्स के बारे में अमरीका की एक सर्च संस्था ने औरत से सेक्स के बारे में कुछ जानकारी जुटाई जिसमे 800 महिलाओ पर सर्वे किया गया, उसमे हर उम्र की औरत से सेक्स के बारे में प्रश्न पूछा गया और उन्होंने सेक्स से सम्बंधित सभी प्रश्नो का उत्तर इसमे हस्थमैथुन, योनि मिथुन, आलिंगन के बारे में पूछा गया, जिसका जवाब हर उम्र की औरतों ने अलग – अलग तरीके से दिया सर्वे में पाया गया कि बढ़ती उम्र सेक्स के आनंद में कोई रोड़ा नहीं डालती.
उम्र का सेक्स पर प्रभाव:
30 से 40 वर्ष की उम्र के बीच सेक्स का प्रभाव : अक्सर देखा गया की 30 से 40 वर्ष की उम्र तक औरत के अंदर सेक्स क्षमता तो ज्यादा रहती है और वो नियमति सेक्स करती है. लेकिन वह ज्यादा उम्र के सेक्स के बराबर आनंद नही उठा पाती, क्योकि उसका दिमाग एक जगह स्थित नहीं रहता और वह सेक्स तो करती है, लेकिन सेक्स का आनंद नहीं उठा पाती. उसके अंदर ऑर्गेजान चाहत तो रहती है लेकिन 40 वर्ष की उम्र तक जाते – जाते वह सेक्स के अनुभव का आनंद उठाने लगती है. सेक्स को लेकर कुछ गम्भीर हो जाती है, लेकिन जो औरत यदि इससे दूरी बनती है या आनंद नहीं उठातीं उसका शरीर फिट नहीं रह पाता.
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40 से 50 वर्ष की उम्र के बीच सेक्स का प्रभाव : इस सर्वे में पाया गया की 40 से 50 के बीच सेक्स को लेकर महिलायें कम गंभीर दिखी. क्योकि इस उम्र तक पहुँचते पहुँचते महिलाओं के अंदर सेक्स रूचि कम हो जाती है. सेक्स में 40 प्रतिशत महिलायें रूचि नहीं लेती और जिसके कारण उनका शरीर भी ढलने लगता है या शारीरिक फिटनेस भी ख़राब हो जाती है. लेकिन 60 प्रतिशत महिलायें सेक्स में रूचि लेती है या वो नियमित सेक्स करती है या फिर कभी कभार करने से वह संतुष्ट हो जाती है. जिसके कारण उनका शरीर तो फिट बना रहता है और सेक्स का भरपूर आनंद उठा पाती है.
50 से 90 वर्ष की उम्र के बीच सेक्स का प्रभाव : इस सर्वे में पाया गया कि ज्यादा उम्र बढ़ने के बाद भी महिलाओं में सेक्स के प्रति ज्यादा ही रूचि दिखाई गयी वह कभी कभार सेक्स करती है, और वह संतुष्ट भी हो जाती है. क्योकि उसमे जो आनंद प्राप्त होता है एक सुखद अनुभव होता है, लेकिन जो महिला सेक्स में रूचि नहीं रखती है. वो अक्सर अकेलापन, तनावग्रस्त का शिकार हो जाती है.