कोराना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए छर्रा निवासी बीटेक के छात्र ने ‘सोशल डिस्टेंसिंग अलार्म’ तैयार किया है।
दो व्यक्तियों के बीच सोशल डिस्टेंस का उल्लंघन होने पर यह अलार्म बजने लगेगा। इस यंत्र को लोग गले में आईडी कार्ड की तरह भी पहन सकेंगे।
एक मीटर से कम दूरी पर दूसरे व्यक्ति के आते ही अलार्म तब तक बजेगा जब तक दूसरा व्यक्ति दूर नहीं हो जाता। उपायुक्त उद्योग केंद्र को यह सोशल डिस्टेंसिंग अलार्म पसंद आया है और उन्होंने इसकी एक वीडियो भी ली है ताकि उसे तकनीकी मंजूरी के लिए आगे भेजा जा सके।
छर्रा कस्बे के मोहल्ला हलवाईयान निवासी नगर पंचायत सदस्य प्रतिनिधि राजीव अग्रवाल के बेटे श्रेय अग्रवाल जालंधर स्थित एक यूनिवर्सिटी में बीटेक इलेक्ट्रिक प्रथम वर्ष के छात्र हैं।
उन्होंने अपने दोस्त जयपुर निवासी पीयूष काछवाल के साथ मिलकर मार्च माह में ‘मेरी सरकार की कोविड 19 का समाधान चैलेंज’ की ऑनलाइन परीक्षा में भाग लिया था। पीयूष काछवाल के साथ ही मिलकर यह अलार्म कवच पेश किया था, जिसमें इस यंत्र की काफी सराहना हुई थी।
श्रेय अग्रवाल के अनुसार इस यंत्र को बनाने के लिए सामान की जरूरत थी, जिसके लिए उपायुक्त उद्योग केंद्र श्रीनाथ पासवान ने सामान लाने के लिए पास बनवाने में मदद की। इस यंत्र को तैयार करने से पहले सीडीओ और डीएम से भी मुलाकात की थी।
सीडीओ ने व्हाट्स एप के जरिए यंत्र विधि के कागजात मांगे थे इसके बाद ही 10 मई को उपकरण लाने की अनुमति प्रदान की थी। श्रेय अग्रवाल के अनुसार यह अलार्म कवच एक मीटर से चार मीटर की दूरी तक का तैयार किया जा सकता है।
सोमवार की दोपहर उपायुक्त उद्योग केंद्र श्रीनाथ पासवान ने श्रेय अग्रवाल को बुलाकर अलार्म कवच देखा। उन्हें यह अलार्म पसंद आया। इसकी पूरी वीडियो उन्होंने श्रेय अग्रवाल से ली है।