सीएम नीतीश कुमार आज बिहार पुलिस के नवनियुक्त सिपाहियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। जिसकी तैयारी जोरों पर हैं, ये कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान में है। लेकिन इससे पहले ही बीजेपी ने नीतीश सरकार पर गंभीर आरोप मढ़ दिए हैं। बिहार बीजेपी के प्रवक्ता निखिल आनंद ने बिहार की महागठबंधन की सरकार को झूठ और फरेब की सरकार करार दिया है। और कहा कि जिन 10 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे हैं, उनकी नियुक्ति तो पहले ही हो चुकी है, ट्रेनिंग पर भी जा चुके हैं साथ ही वेतन भी उठा रहे है। नियुक्ति पत्र बांट कर सरकार नौकरी देने का इवेंट मैनेजमेंट कर रही है। चाचा-भतीजे की ये सरकार जनता की आंखों में धूल झोंक रही है।
इससे पहले भी पहले 9 हजार मेडिकलकर्मियों के साथ पंचायती विभाग के कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र बांटा गया, जबकि ये लोग दो-तीन साल पहले की नियुक्ति प्रक्रिया के लोग हैं, जिनको दोबारा नियुक्ति पत्र बांटा गया है। इसी साल 4 हजार से ज्यादा जिन राजस्व कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र बांटा गया उनको तेजस्वी और नीतीश कुमार ने दोबारा नियुक्ति पत्र बांट कर ढिंढोरा पीटा
निखिल आनंद यही नहीं रूके, उन्होने कहा कि तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि वो पहली कलम से 10 हजार नौकरी और नीतीश कुमार ने 20 लाख नौकरी देने की घोषणा की थी। लेकिन अब इनके वादों की पोल खुल चुकी है, जिन्हे अब जनता से माफी मांगनी चाहिए।
इससे पहले बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी शिक्षक बहाली मामले पर नीतीश सरकार को घेरा था। और चेतावनी दी थी कि शिक्षक अभ्यर्थियों के सातवें चरण के नियोजन की प्रक्रिया जल्द शुरू करवाएं, नहीं तो हमें सड़क पर निकलने में देर नहीं लगेगी। बिहार में बीजेपी लगातार महागठबंधन की सरकार पर हावी है, और किसी भी मुद्दे को हाथ से निकलने देना नहीं चाहती।