डॉ. आंबेडकर की जयंती के सहारे भाजपा के लोग शनिवार को प्रदेश भर में दलितों की लामबंदी में जुटेंगे। पूरे प्रदेश में बूथों पर सामाजिक समरसता दिवस मनाकर भी दलितों और डॉ. आंबेडकर से जुड़े स्थान, नाम और काम को लेकर भाजपा सरकारों की तरफ से किए गए कामों को बताएंगे।
साथ ही विरोधियों को कठघरे में खड़ा करेंगे। भाजपा युवा मोर्चा की तरफ से शोभायात्राएं निकालकर और संगोष्ठियां करके आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
दरअसल, एससी-एसटी एक्ट को लेकर पिछले दिनों घटी घटनाओं के बाद सरकार के प्रति दलितों की नाराजगी को देखते हुए भाजपा ने इस बार आंबेडकर जयंती पर पूरे प्रदेश में बडे़ पैमाने पर कार्यक्रम करने की तैयारी की है। वैसे इसकी एक वजह अगले साल प्रस्तावित लोकसभा चुनाव भी है।
2014 तथा 2017 के चुनाव में बड़ी संख्या में दलितों के वोट हासिल कर भारी बहुमत से केंद्र और राज्य में सरकार बना चुकी भाजपा प्रदेश की आबादी में 24 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाली अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों की नाराजगी का खतरा मोल नहीं लेना चाहती।