तेलंगाना की सत्तारूढ़ पार्टी बीआरएस के नेता के.टी. रामाराव ने राजग सरकार पर आरोप लगाया है कि सरकार तेलंगाना के प्रति सौतेला व्यवहार कर रही है। साथ ही उन्होंने दावा किया कि अगर भाजपा लोकसभा को भंग करती है तो उनकी पार्टी संसद और राज्य विधानसभा के समय से पहले चुनाव के लिए तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने तेलंगाना के लिए किसी नई संस्था या फंड की घोषणा नहीं की है और यहां तक कि आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम में राज्य से किए गए वादों को भी पूरा नहीं किया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार ने अपने ‘कॉरपोरेट मित्रों’ का कर्ज माफ कर दिया। उन्होंने शनिवार को निजामाबाद में मीडिया से बात करते हुए कहा, ”राज्य में भाजपा के लोग बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, अगर उनमें दम है तो संसद भंग कर दें। वे कहते हैं ‘सब का साथ, सब का विश्वास’ लेकिन उनके काम की वजह से राज्य में ‘सब कुछ बकवास’ है। आज देश में ऐसी स्थिति है कि रुपये का मूल्य ‘पातलम’ की ओर बढ़ रहा है, कर्ज आसमान छू रहा है। इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले बीआरएस और बीजेपी एक-दूसरे को पछाड़ने में लगे हुए हैं।
इससे पहले भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा के ‘मेक इन इंडिया’ को ‘जोक इन इंडिया’ कहकर बीजेपी पर तंज कसा था। भारतीय राष्ट्र समिति की पहली बैठक में के.चंद्रशेखर राव ने दावा किया है कि अगर 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर भारतीय राष्ट्र समिति केन्द्र में अपनी सरकार बनाती है तो देशभर में किसानों को मुफ्त बिजली मुहैया कराई जाएगी।