प्रदेशभर के माध्यमिक स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू हो चुकी है। स्मार्ट क्लास में पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थी को ऑनलाइन होम ट्यूशन भी मिलता है।
अब बस एक एसएमएस से सवाल भेजना होता है, इसके चार से पांच मिनट के अंदर सवाल का उत्तर मिल जाता है। मोबाइल एप पर इस सुविधा का फायदा सूबे के 70 हजार विद्यार्थी उठा रहे हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद की मानें तो मोबाइल एप से 70 हजार 964 छात्रों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है।
स्मार्ट क्लास
प्रदेशभर के 70 हजार 964 विद्यार्थी मोबाइल एप को डाउनलोड करके अपनी पढ़ाई में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद और इकोबेशन संस्था द्वारा तैयार मोबाइल एप में हर दिन 15 से 16 सौ छात्र और छात्राएं जुड़ रही हैं। एक बार मोबाइल एप से जुड़ने के बाद सवाल का आदान-प्रदान शुरू हो जाता है। जो भी सवाल मोबाइल एप पर डाला जाता तो उसे हर छात्र देख सकते हैं। इसमें अगर किसी को उत्तर आता है तो वे उसका जवाब भी दे रहे हैं।
शाम आठ बजे तक आता सबसे ज्यादा सवाल : अधिकतर छात्र मोबाइल एप का इस्तेमाल शाम छह बजे से करते हैं। इकोवेशन संस्था के रितेश और निशांत ने बताया कि शाम छह से आठ बजे तक सबसे ज्यादा प्रश्न आते हैं। सबसे ज्यादा प्रश्न गणित और विज्ञान से छात्र करते हैं। उन्होंने बताया कि पहले केवल एक्सपर्ट ही उत्तर देते थे। लेकिन अब छात्र भी उत्तर देते हैं।
पांच हजार एक्सपर्ट की टीम : नौवीं और 10वीं के सभी छात्र और छात्राओं को सवाल का सही और तुरंत जवाब मिले, इसमें देशभर के पांच हजार एक्सपर्ट की टीम जुड़ी हुई है। 24 घंटे यह टीम एक्टिव रहती है। अगर कोई बच्चा रात में 12 बजे भी एप पर सवाल डालता है तो उसका जवाब उसे पांच मिनट के अंदर मिल जाता है क्योंकि एक्सपर्ट की टीम में देश के साथ विदेश में भी पढ़ रहे देश के विद्यार्थी भी शामिल हैं।
पांच हजार में सात सौ बिहार के अलग-अलग जिलों के शिक्षक भी एक्सपर्ट के रूप में शामिल हैं। इसके अलावा विभिन्न आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम, मेडिकल कॉलेज आदि के विद्यार्थी भी हर दिन छात्रों की मदद कर रहे हैं।