भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने काफी समय के इंतजार और मशक्कत के बाद पिछले सप्ताह ही अपनी टीम की घोषणा की थी. नड्डा ने पार्टी के केंद्रीय संगठन में गिने चुने चेहरों को छोड़कर उपाध्यक्ष से लेकर महामंत्री और सचिव तक के स्तर पर नए चेहरों को जगह दी है. ऐसे में अब उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की 6 अक्तूबर को बैठक बुलाई है. बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव के साथ-साथ अगले साल पश्चिम बंगाल, असम, केरल और तमिलनाडु में होने वाले चुनाव पर चर्चा हो सकती है.
माना जा रहा है कि अगले साल चुनाव होने वाले राज्यों को लेकर केंद्रीय स्तर पर और प्रदेश स्तर पर क्या-क्या तैयारी करनी है, इसका पूरा रोडमैप जेपी नड्डा इस बैठक में बताएंगे. साथ ही पार्टी का संगठन विस्तार पर पार्टी क्या क्या रणनीति रहेगी, इसे लेकर भी चर्चा होगी.
बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले जेपी नड्डा बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सहयोगी दलों के साथ सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर लेना चाहते हैं.
इसके अलावा 4 अक्टूबर को बीजेपी बिहार चुनाव समिति की पहली बैठक करेगी, जिसमें पहले चरण के उम्मीदवारों के नाम की सूची भी जारी की जा सकती है.
दरअसल, एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर चिराग पासवान लगातार दबाव बनाने में जुटे हैं. इस संबंध में चिराग जेपी नड्डा से लेकर अमित शाह तक से मुलाकात कर चुके हैं. हालांकि, बीजेपी चिराग पासवान को साधकर रखना चाहती है. वहीं, बिहार चुनाव बीजेपी के लिए काफी अहम माना जा रहा है.
2015 के चुनाव में बीजेपी का वोट फीसदी तो बढ़ा था, लेकिन सीटें कम हो गई थी. ऐसे में बीजेपी इस बार बिहार को लेकर कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
वहीं, पश्चिम बंगाल का चुनाव भी बीजेपी के लिए काफी महत्वपूर्ण है. लोकसभा चुनाव में जिस तरह से नतीजे आए हैं उससे बीजेपी के हौसले बुलंद हैं. ऐसे में जेपी नड्डा ने बंगाल की सियासी जंग को फतह करने के लिए अपनी टीम के साथ रणनीति बनाने का काम 6 अक्टूबर को करेंगे. असम में बीजेपी सत्ता में है. इसलिए अगले साल वहां होने वाला चुनाव भी पार्टी के लिए काफी अहम माना जा रहा है.