BPSC की एक छोटी-सी चूक से पांच लोगों के हाथों से नौकरी ही छीन ली। इस बार कृषि विभाग के अधिकारियों की टाइपिंग की एक चूक ने पांच अभ्यर्थियों के हाथों में आई नौकरी पर ग्रहण लगा दिया था। विभाग की इस गलती से अत्यंत पिछड़ा वर्ग की पांच सीटें पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गईं।
इसी रोस्टर पर बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने परीक्षा ले ली। रिजल्ट जारी हो गया। जब पिछड़ा वर्ग से चुने गए पांच अभ्यर्थी कृषि विभाग में ज्वाइनिंग के लिए गए तो गलती का अहसास हुआ। इसके बाद कृषि विभाग ने रोस्टर में संशोधन कर वापस बीपीएससी को संशोधन अधियाचना भेजी।
नतीजा ये हु्आ कि मंगलवार को बीपीएससी ने बिहार कृषि सेवा कोटि-7 के सहायक निदेशक (उद्यान) के पदों पर नियुक्ति के लिए संशोधित रिजल्ट जारी कर दिया है। इसमें पिछड़ा वर्ग से चुने गए पांच अभ्यर्थियों की जगह इंटरव्यू लेकर अत्यंत पिछड़ा वर्ग के पांच नए अभ्यर्थियों को नौकरी दी गई है। इसी साल 11 मई को आयोग ने 36 रिक्तियों के विरुद्ध रिजल्ट जारी किया था।
परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने बताया कि कृषि विभाग से प्राप्त संशोधित अधियाचना के अनुसार रिजल्ट जारी कर वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर अपलोड कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग, बिहार के संकल्प के अनुसार विभाग द्वारा अनुशंसा वापस किए जाने, पूर्व संसूचित रिक्तियों में संशोधित कर अनुशंसा की मांग करने, न्यायालयों के संगत आदेश के आलोक में आयोग अनुशंसा में यथोचित संशोधन कर सकता है।
रिक्तियों में परिवर्तन के कारण अत्यंत पिछड़ा वर्ग, पिछड़ा वर्ग एवं पिछड़े वर्ग की महिला कोटि की चयन सूची में परिवर्तन हुआ है। अत्यंत पिछड़ा वर्ग में पांच नए अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। वहीं, पिछड़ा वर्ग कोटि में पांच पूर्व में चयनित अभ्यर्थी चयन की परिधि से बाहर हो गए हैं।
लिखित परीक्षा के अंतर्गत अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 10 उम्मीदवारों का अतिरिक्त परीक्षाफल प्रकाशित करने के लिए 27 नवंबर को साक्षात्कार के लिए बुलाया गया। 14 दिसंबर को साक्षात्कार हुआ। संशोधित रिजल्ट में सामान्य, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति कोटि के रिजल्ट में परिर्वतन नहीं हुआ है।
तीन सहायक प्राध्यापक का रिजल्ट रद
बीपीएससी ने चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पतालों में बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी तथा पीएसएम में सहायक प्राध्यापक का संशोधित रिजल्ट जारी किया है। परीक्षा नियंत्रक के अनुसार अनुभव विवाद को लेकर विशेषज्ञों की टीम गठित की गई थी। इसकी अनुशंसा पर बायोकेमिस्ट्री, माइक्रोबायोलॉजी तथा पीएसएम के एक-एक सफल अभ्यर्थी का परीक्षाफल रद कर दिया गया है। वेबसाइट पर संशोधित रिजल्ट व उसके कारण अपलोड कर दिए गए हैं।