बिहार में राजनीतिक हलचलें तेज हैं। बीजेपी और जेडीयू गठबंधन टूट की कगार तक पहुंच चुका है। इस बीच सरकार बचाने की आखिरी कोशिशों के तहत बीजेपी कैंप में पटना से दिल्ली तक बैठकों का दौर जारी है।
बिहार में मची राजनीतिक उथल-पुथल के बीच बीजेपी की ओर से सरकार बचाने की आखिरी कोशिश के तहत सोमवार की देर शाम तक और मंगलवार सुबह से ही पटना से लेकर दिल्ली तक बैठकों का दौर चलता रहा। बताया जा रहा है कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फोन पर सीएम नीतीश कुमार से बात भी की लेकिन वो भी बेनतीजा रही।
उधर, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद के सरकारी आवास पर भी देर शाम तक बीजेपी नेताओं की बैठक चली। इस बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ.संजय जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय, बीजेपी के प्रदेश महामंत्री सह दीघा विधायक संजीव चौरसिया मौजूद रहे।
सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में बिहार के मौजूदा राजनीतिक घटनाक्रम और सम्भावित स्थितियों पर चर्चा की गई। लेकिन हाईकमान के निर्देशानुसार नेताओं ने पूरे मामले पर चुप्पी साधे रखी। मीडिया के पूछने पर गठबंधन को लेकर किसी भी किस्म की टिप्पणी से इनकार करते रहे। शाम छह बजे से रात के 11 बजे तक बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता डिप्टी सीएम के आवास पर डटे रहे।
उधर, बिहार के राजनीतिक हालात पर विपक्षी दलों की भी लगातार नज़र बनी हुई है। कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई है। विधायक दल के नेता अजित शर्मा के आवास पर यह बैठक होनी है। इसमें कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास भी मौजूद रहेंगे। सोमवार को भक्त चरण दास ने कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम और अजित शर्मा के आवास पर पटना पहुंचे विधायकों से बात की थी।
भक्त चरण दास और अजित शर्मा देर रात पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर भी पहुंचे थे। वहां करीब एक घंटे तक राजद नेताओं से दोनों नेताओं ने मंत्रणा की। बता दें कि राजद ने भी अपने सभी विधायकों को मंगलवार को पटना बुला लिया है। पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर उनकी बैठक होनी है।
माना जा रहा है कि इस बैठक में बिहार के मौजूदा माहौल को लेकर विधायकों की राय जानने के साथ-साथ आगे की रणनीति बनाई जाएगी। हालांकि पार्टी के लोगों का कहना है कि सदस्यता अभियान में तेजी लाने के लिए यह बैठक बुलाई गई है।