बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान राज्य के सभी लोगों को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में दिए जाने के वादे को नीतीश सरकार निभाने की तैयारी में है. बिहार सरकार ने फैसला किया है कि एक मार्च यानी आज से निजी अस्पतालों में लगाई जाने वाली कोविड-19 वैक्सीन का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में रविवार को हुए एक महत्वपूर्ण बैठक में इस बात का फैसला लिया गया कि निजी अस्पतालों में भी वैक्सीन लोगों को मुफ्त में दी जाएगी.
आज से देश के निजी अस्पतालों में 60 साल से ज्यादा आयु के लोग और 45 साल से ज्यादा गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को कोविड-19 टीका वैक्सीन लगाया जाना है. केंद्र सरकार ने वैक्सीन के प्रत्येक डोज़ की कीमत अधिकतम ढाई सौ रुपए रखी है मगर बिहार में यह लोगों को मुफ्त में मिलेगा. चुनाव के दौरान बीजेपी ने वादा किया था कि अगर वह सत्ता में वापस आते हैं तो बिहार के प्रत्येक नागरिक को कोविड-19 वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी.
इसी को आगे बढ़ाते हुए सरकार गठन के बाद नीतीश कैबिनेट ने बिहार के प्रत्येक नागरिक को मुक्त में कोविड-19 का वैक्सीन लगाए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी जिसके बाद राज्य सरकार ने यह फैसला किया था कि बिहार में सभी को वैक्सीन मुफ्त में दिया जाएगा.
आज से टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत हो रही है और इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी आज कोविड-19 वैक्सीन का पहला डोज़ लेंगे. नीतीश कुमार सोमवार को 1:00 बजे आईजीआईएमएस अस्पताल जाएंगे जहां पर वह टीकाकरण के दूसरे चरण की शुरुआत के साथ ही खुद भी टीका लगवाएंगे.
सोमवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वैक्सीन की पहली डोज ली. दिल्ली के एम्स अस्पताल में पीएम मोदी को केरल और पुडुचेरी की नर्स ने वैक्सीन लगाई. पीएम मोदी ने वैक्सीन की डोज लेने की जानकारी ट्विटर के जरिए दी. उन्होंने डॉक्टरों और वैज्ञानिकों की तारीफ की और लोगों से वैक्सीन लगावाने की अपील की.