बक्सर में घरेलू विवाद सुलझाने पहुंचे एक एएसआई पर जानलेवा हमला करने का मामला सामने आया है, जिससे उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। आरोपी युवक सेवानिवृत्त दारोगा का पुत्र है, जिसने रात एक बजे वारदात को अंजाम दिया।
बक्सर जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के मलाहचकिया गांव में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां घरेलू विवाद सुलझाने पहुंचे एक एएसआई पर सेवानिवृत्त दारोगा के बेटे ने चाकू से जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में एएसआई गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घरेलू विवाद में उलझे पिता-पुत्र
यह घटना रात करीब एक बजे की है, जब मलाहचकिया गांव में सेवानिवृत्त दारोगा जगमोहन चौधरी और उनके बेटे सत्येंद्र कुमार के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा था। स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना मुफस्सिल थाना को दी। सूचना मिलते ही थाने में तैनात सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) नीतेश कुमार पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने पिता-पुत्र के बीच सुलह कराने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयास उनकी जान पर बन आया।
हिंसक प्रवृत्ति का बेटा, नशे की हालत में किया हमला
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्येंद्र कुमार पहले से ही नशे की हालत में था और घर में तोड़फोड़ कर रहा था। वह अपने पिता समेत अन्य परिजनों को भी धमका रहा था। जैसे ही एएसआई नीतेश कुमार ने उसे शांत करने की कोशिश की, सत्येंद्र ने अचानक सब्जी काटने वाले चाकू से उन पर हमला कर दिया। उसने एएसआई के सिर और शरीर पर कई वार किए, जिससे वह लहूलुहान हो गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज जारी है। उनके सिर पर कई टांके लगे हैं और स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
घटना के बाद पकड़ा गया आरोपी
हमले के तुरंत बाद ग्रामीणों की सतर्कता से आरोपी सत्येंद्र कुमार को एक पास के घर से पकड़ लिया गया। पुलिस ने न केवल उसे गिरफ्तार किया बल्कि उसके पास से हमला करने में इस्तेमाल किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है। आरोपी के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है और पूछताछ जारी है।
एसपी ने ली घटनास्थल और अस्पताल की स्थिति की जानकारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार, मुफस्सिल थानाध्यक्ष शंभु भगत, डायल-112 की टीम और सदर डीएसपी धीरज कुमार घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं देर रात एसपी शुभम आर्य स्वयं सदर अस्पताल पहुंचे और घायल एएसआई की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने करीब 45 मिनट तक अस्पताल में रहकर चिकित्सकों से बातचीत की और मामले की बारीकी से जांच के निर्देश दिए। एसपी ने यह भी संकेत दिए हैं कि आरोपी की पूर्व की गतिविधियों और मानसिक स्थिति की भी जांच की जाएगी। सत्येंद्र कुमार के बारे में ग्रामीणों ने बताया कि वह लंबे समय से हिंसक व्यवहार करता रहा है और नशे की लत के कारण घर में विवाद आम बात बन चुकी थी।
घायल एएसआई के बयान के आधार पर हुई कार्रवाई
फिलहाल पुलिस ने घायल एएसआई नीतेश कुमार के बयान के आधार पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रशासन की कोशिश है कि आरोपी को कठोर सजा दिलाई जाए ताकि पुलिसकर्मियों पर हमले जैसी घटनाएं दोबारा न हों। घटना ने पुलिस महकमे को झकझोर दिया है और ग्रामीणों में भी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।