मीडिया कार्यशाला में पत्रकारों को आपदा के दौरान खुद को सुरक्षित रखने के उपाय बताए गए। कार्यक्रम में शामिल वरिष्ठ पत्रकारों ने बिहार में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को सराहा और कहा कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण देश में अग्रणी होकर कार्य कर रहा है जिससे अन्य राज्य के लोग भी सीख सकते हैं।
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से पटना के ज्ञान भवन में मीडिया से जुड़े लोगों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डाॅ. उदय कांत ने कहा कि पत्रकारिता एक कठिन डगर है। पत्रकार एक साथ कई मोर्चों पर और कई चुनौतियों का सामना कर रहा होता है। मानवीयता और संवेदनशीलता के बगैर पत्रकारीय धर्म का ईमानदारी से निर्वहन संभव नहीं है। उपाध्यक्ष डाॅ. उदय कांत ने पीपीटी के माध्यम से बताया कि पत्रकारिता एक निर्भीक पेशा है। यह सिद्धांतों की लड़ाई है इसलिए सही खबरें ही प्रमुखता से छपनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार के कार्यकलापों के साथ पत्रकारिता भी सकारात्मक भाव के साथ जुड़ जाये तो आपदा के समय पीड़ित लोगों की काफी मदद की जा सकती है।
प्राधिकरण देश में अग्रणी होकर कार्य कर रहा है
वहीं प्राधिकरण के सचिव मीनेंद्र कुमार ने विषय प्रवेश कराते हुए कार्यशाला के उद्देश्यों एवं आपदा में मीडिया की भूमिका एवं मीडियाकर्मियों के प्रशिक्षण पर जोर दिया। अपदा के दौरान खुद को सुरक्षित रखने के लिए कई उपाय बताए गए। प्राधिकरण इस तरह की कार्यशाला प्रत्येक वर्ष आयोजित करता है। उन्होंने कहा कि मीडिया के माध्यम से आपदा प्रबंधन संबंधी कार्यों से आमजन को जागरूक किया जा सकता है। वरिष्ठ पत्रकार अरुण सिन्हा निजी कारणों से कार्यशाला में उपस्थित नहीं हो पाए लेकिन उनके संदेश को ऑडियो क्लिप के माध्यम से कार्यशाला में प्रसारित किया गया। उन्होंने बिहार में आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में हो रहे कार्यों को सराहा।
वरिष्ठ पत्रकार विजय कुमार मिश्र ने पत्रकारिता में अच्छी खबरें छापने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आज के दौर में फिल्मी दुनिया की खबरों को प्राथमिकता दी जाती है किंतु जन कल्याण से जुड़ी अच्छी खबरों को नहीं छापा जाता है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा चलाये जा रहे आपदा से बचाव हेतु तैयारी व प्रशिक्षण की खबरों को प्रमुखता से प्रकाशित करना चाहिए। प्राधिकरण देश में अग्रणी होकर कार्य कर रहा है जिससे अन्य राज्य के लोग भी सीख सकते हैं।
टीम भावना की बदौलत सफलता पाई जा सकती है
वरिष्ठ पत्रकार संजय सलिल ने कहा कि यहां ऐसे कार्य हो रहे हैं, जो किसी अन्य राज्य में नहीं हो रहा है। प्राधिकरण द्वारा आधुनिकतम तकनीक एआई, एमएल, एआर/वीआर तकनीक के उपयोग की सराहना की। इस क्षेत्र में टीम भावना की बदौलत किसी भी क्षेत्र में सफलता पायी जा सकती है। बिहार का परिवेश आपके अंदर सहनशीलता की एक ऐसी सहज शक्ति पैदा कर देता है, जो किसी भी कठिन परिस्थिति में खुद को साबित करने की ताकत देता है। यही वजह है कि यहां के लोग हमेशा किसी भी माहौल में बेहतर कर पाते हैं।
आपदा के संबंध में सही रिपोर्टिंग करना हमारा दायित्व
वरिष्ठ प्रभाकर कुमार ने आपदा प्रबंधन एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में सामने आने वाली चुनौतियों एवं तैयारियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर वर्ष-2008 की कोसी बाढ़ त्रासदी एवं नेपाल भूकंप की न्यूज कवरेज की जानकारी दी। वरिष्ठ पत्रकार स्वयं प्रकाश ने पत्रकारिता में मानवीयता, संवेदनशीलता एवं मूल्य आधारित लेखनी की जरूरतों के बारे में बताया।
वरिष्ठ पत्रकार पुष्य मित्र ने सकारात्मक रिपोर्टिंग की जरूरतों पर जोर दिया तथा प्राधिकरण द्वारा चलाये जा रहे कार्यों की सराहना हुए कई उदाहरण भी दिए। इन्होंने बाढ़ पूर्व तैयारी के लिए और भीषण गर्मी व लू के संबंध में सरकार द्वारा सभी जिला पदाधिकारियों को उपलब्ध करवायी जा रहे मार्गदर्शिका को सही तरीके से जमीनी स्तर पर लागू करने पर बल दिया। कहा कि सरकार के साथ-साथ मीडियाकर्मियों का भी दायित्व है कि आपदा के संबंध में सही रिपोर्टिंग की जाये।