पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के मुखिया बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी राजनीतिक रैलियों में सेना के जनरलों का नाम लेने से बचना चाहती थी, क्योंकि इस तरह के कदम देश की राष्ट्रीयता और अखंडता को प्रभावित कर सकते हैं। बिलावल ने डॉन के हवाले से कहा कि राजनीतिक रैलियों में जनरलों के नामों का उल्लेख करने से वह बेहद दुखी है।
उन्होंने कहा कि चाहे यह नाम सत्ता पक्ष की ओर से लिया गया हो या विपक्ष की ओर से उल्लेख किया गया हो। यह हमारी संस्थाओं की अखंडता को कमजोर करता है। उन्होंने विपक्ष का बचाव करते हुए कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री इमरान खान जिम्मेदार हैं। बिलावल ने इसके लिए इमरान को दोषी ठहराया है।
सेना का राजनीतिकरण कर रहे हैं इमरान खान
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान पाकिस्तानी सेना का बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं। बिलावन ने आरोप लगाते हुए कहा कि इमरान सेना का राजनीतिकरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात पैदा किए जा रहे हैं कि सेना पर सवाल उठना लाजमी है। बिलावल ने कहा कि इमरान सरकार द्वारा चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों पर सेना को तैनात किया जा रहा है। इतना ही नहीं इमरान अपनी हर चुनावी रैली में इस बात का उल्लेख करते हैं कि सेना उनके साथ हैं। इससे विपक्ष भी सेना का नाम लेने पर मजबूर हो रहा है।