बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ा: हरियाणा में यमुना खतरे के निशान से ऊपर, येलो अलर्ट जारी

पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हरियाणा के मैदानी इलाकों में मंगलवार को भी हल्की से भारी बारिश का दौर जारी रहा। अंबाला, कैथल, करनाल, कुरुक्षेत्र, पानीपत और यमुनानगर में औसतन 7.7 से 25.5 मिमी तक वर्षा दर्ज की गई। इससे घग्गर, यमुना, मारकंडा और टांगरी जैसी नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। कैथल के गुहला-चीका क्षेत्र में घग्गर नदी का जलस्तर दो फीट बढ़कर 16 फीट पहुंच गया, जो खतरे के निशान (23 फीट) से अभी नीचे है, लेकिन प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए हजारों रेत के बैग स्टोर कर लिए हैं। टटियाना में घग्गर में फिलहाल 14,630 क्यूसेक पानी बह रहा है।

हथिनीकुंड बैराज से यमुना में छोड़े गए 69,291 क्यूसेक पानी के कारण दिल्ली में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, यमुना का जलस्तर पुराने रेलवे पुल पर चेतावनी बिंदु (204.50 मीटर) को पार कर 204.58 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान (205.33 मीटर) के करीब है। अनुमान है कि अगले 72 घंटों में यह पानी दिल्ली पहुंचेगा, जिससे निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। दिल्ली सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में 34 नावें तैनात कर दी हैं और लाउडस्पीकरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने की चेतावनी दी गई है।

यमुना और घग्गर का ताजा अपडेट
जलस्तर 80,311 क्यूसेक दर्ज किया गया, जिसमें से 69,291 क्यूसेक यमुना में छोड़ा गया। शाम 4 बजे यह घटकर 72,874 क्यूसेक और 5 बजे 71,778 क्यूसेक हो गया। तेज हवाओं ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दीं। वहीं गुहला-चीका में दो फीट बढ़ोतरी के बाद प्रशासन अलर्ट पर। नदी में 14,630 क्यूसेक पानी बह रहा है। कमजोर तटबंधों की सुरक्षा के लिए बैग स्टोर किए गए।

पानीपत में यमुना का जलस्तर चेतावनी बिंदु (231 मीटर) से नीचे 229.30 मीटर पर। छोड़े गए पानी के बुधवार दोपहर तक पहुंचने की संभावना। खोजकीपुर गांव में कटाव बंद करने का काम शुरू। अंबाला में मारकंडा में 10,000 क्यूसेक और टांगरी में 2,000 क्यूसेक पानी। टांगरी और मारकंडा का जलस्तर सामान्य। कुरुक्षेत्र में मारकंडा सामान्य। शाहाबाद में 2,200, झांसा में 5,700 और जलबेहड़ा में 2,800 क्यूसेक। पिहोवा में सबसे ज्यादा 45 मिमी बारिश।

बारिश से प्रभावित इलाके और राहत कार्य
कैथल के निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। कलायत में लगातार तीसरे दिन बारिश से सामान्य जीवन अस्त-व्यस्त रहा। कपिल मुनि रोड पर पानी भरने से दुकानें बंद रहीं। सरकारी स्कूलों, महिला कॉलेज, कृषि व बागवानी विभाग तथा पटवारखाने में पानी घुस गया। हालांकि, किसानों को धान की फसल में फायदा हो रहा है। प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं।

दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर से पूर्वी और उत्तर-पूर्वी इलाकों में सतर्कता बरती जा रही है। सीएम रेखा गुप्ता ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। यदि जलस्तर 206 मीटर से ऊपर जाता है, तो निचले इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। हथिनीकुंड से छोड़े गए पानी के कारण दिल्ली में 48-72 घंटों में स्थिति गंभीर हो सकती है।

मौसम का पूर्वानुमान और अलर्टमौसम विभाग ने बुधवार को यमुनानगर और अंबाला के लिए बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। हरियाणा में मानसून ने डेरा जमाया है और अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश जारी रहने की संभावना है। दिल्ली में 21 से 25 अगस्त तक हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है, जिससे यमुना का जलस्तर और प्रभावित हो सकता है। अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 27 डिग्री रहने की उम्मीद।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com