बारिश में भीगने और खुले में पड़े होने के कारण धान के खराब होने की बढ़ गई आशंका

नगर सहित क्षेत्र में आज सुबह से देर शाम तक अच्छी बारिश हुई और पूरे दिन भर आसमान में छाए बादलों के कारण मौसम में ठंडकता बढ़ गई। खरीदी केन्द्रों में 26 लाख 92 हजार क्विंटल धान खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। बारिश में भीगने और खुले में पड़े होने के कारण धान के खराब होने की आशंका बढ़ गई है।

राज्य शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर जिले में 121 सेवा सहकारी समितियों के 209 केन्द्रों में धान खरीदी की जा रही है। शासन द्वारा धान खरीदी के लिए 1 लाख 70 हजार किसानों का पंजीयन किया गया है। अब तक लगभग 1 लाख 57 हजार किसानों से 72 लाख 57 हजार क्विंटल धान खरीदी हो चुकी है।

इनमें से 45 लाख 65 हजार क्विंटल धान का परिवहन हुआ है जबकि परिवहन के अभाव में अधिकांश केन्द्रों में 26 लाख 92 हजार क्विंटल धान जाम है। वहीं आज बेमौसम हो रही बारिश के चलते विभिन्न खरीदी केन्द्रों में पड़े लाखों क्विंटल धान में संकट का बादल छाने लगा है।

उपार्जन केन्द्रों से मिलरों व संग्रहण केन्द्रों तक किसान के धान के परिवहन करने की जिम्मेदारी विपणन समिति की है। लगातार कलेक्टर द्वारा बैठकों में विपणन अधिकारियों को उपार्जन केन्द्रों में जाम धान को उठाने का निर्देश दिया जा रहा है। साथ ही खरीदी केन्द्रों में जाम धान की सुरक्षित रखने के निर्देश केन्द्र प्रभारियों को दी जा रही है, बाजवूद इसके स्थिति जस की तस है।

शासन द्वारा सहकारी बैंक के शाखा प्रबंधकों को ड्रेनेज की पर्याप्त व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है, मगर इसके बाद भी केंद्रों में पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। ऐसे में बारिश होने पर शासन को ही नुकसान उठाना होगा।

किसानों का कहना है कि धान का उठाव आवक के हिसाब से नहीं हो रहा है। जिसके चलते केंद्रों में धान अव्यवस्थित है। लगातार आवक और तौल के कारण स्टेक लगाने में परेशानी हो रही है। नियमित उठाव होने से यह समस्या नहीं होगी। आज सुबह लगभग 11 बजे से लेकर देर शाम तक बारिश का दौर जारी रहा। लगातार हुई बारिश के चलते खरीदी केन्द्र कीचड़ से सराबोर हो गए, वहीं केन्द्रों में पर्याप्त उठाव के अभाव में रखा धान भीग गया है।

परेशान हो रहे किसान

जिले में संचालित 209 धान खरीदी केन्द्रों में से अधिकांश केन्द्रों में धान है। ऐसे में किसानों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है। जिले में एक धान खरीदी केन्द्रों में दर्जन भर से अधिक गांवों के किसानों का धान खरीदा जाता है। वहीं खरीदी केन्द्रों में धान जाम होने के चलते समिति द्वारा आवक भी दर्ज नहीं किया जा रहा है। ऐसे में दूर दराज से पहुंचे ग्रामीणों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

72 लाख क्विंटल धान की खरीदी

जिले के 121 सहकारी समितियों के 209 केन्द्र में अब तक लगभग 1 लाख 57 हजार किसानों से 72 लाख 57 हजार क्विंटल धान खरीदी हो चुकी है। इनमें से 45 लाख 65 हजार क्विंटल धान का परिवहन हुआ है जबकि परिवहन के अभाव मेंकेन्द्रों में 26 लाख 92 हजार क्विंटल धान जाम है।

विभागीय आंकड़ों के अनुसार अब तक 28 लाख 85 हजार क्विंटल धान का परिवहन मिलरों द्वारा किया गया है, जबकि 16 लाख 79 हजार क्विंटल धान संग्रहण केन्द्रों में परिवहन किया गया है, मगर अब भी विभिन्न केन्द्रों में 26 लाख क्विंटल से अधिक धान उठाव के अभाव में जाम है।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com