सिगरेट पीना सेहत के लिए हानिकारक है। इसके बावजूद हजारों लाखों लोग रोजना सिगरेट पी रहे हैं, लेकिन वो असली सिगरेट पी रहे हैं या नकली इसकी खबर शायद उनको नहीं है। बहादुरगढ में गोल्ड फ्लैक की नकली सिगरेट बनाने वाली फैक्ट्री का भांडाफोड़ हुआ है। फैक्ट्री से करीबन साढ़े 7 लाख नकली सिगरेट पकड़ी गई है।
जिनकी कीमत करीबन 52 लाख रुपए आंकी गई है। गोल्डन्स गोल्ड फ्लैक, गोल्डन गोल्ड स्टार, गोल्ड फ्लैक मिंट स्विच और फ्लेयर स्पेशल फ़िल्टर सिगरेट की हजारों डिब्बियां पकड़ी गई है।
गुप्तचर विभाग और सीएम फ़्लाइंग की टीम गोल्ड फ्लैक कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि और कानूनी सलाहकारों के साथ बहादुरगढ के एमआईई की फैक्ट्री नंबर 950 पर पहुंची। उस वक्त फैक्ट्री के दर्जन भर कर्मचारी सिगरेट बनाने और पैकिंग के काम में लगे हुए थे। शहर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शिकायत के आधार पर कार्यवाही शुरू कर दी है।
एसएचओ दिनकर ने बताया कि गोल्ड फ्लैक ब्रांड की नकली सिगरेट बनाई जा रही थी। शिकायत के आधार पर कार्यवाही की जा रही है। वहीं नकली सिगरेट बनाने में इस्तेमाल हो रहा तम्बाकू भी सवालों के घेरे में है। तम्बाकू की क्वालिटी भी खराब लग रही थी। जिसके कारण नकली सिगरेट स्वास्थ्य के लिए और भी ज्यादा हानिकारक हो सकती है। फिलहाल कॉपीराइट एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है।