बरेली जंक्शन पर शनिवार रात बड़ा हादसा टल गया। प्लेटफॉर्म नंबर एक और दो के बीच रन थ्रू लाइन (लूप लाइन) से गुजरने वाली मालगाड़ी प्वाइंट में खराबी कारण प्लेटफॉर्म नंबर दो की तरफ बढ़ गई। इससे मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। कई मीटर पटरी क्षतिग्रस्त हो गई। यार्ड के प्वाइंट और चकरेल पर मालगाड़ी के गार्ड का डिब्बा फंसने से प्लेटफॉर्म नंबर दो के साथ बीच की रन थ्रू लाइन भी ठप हो गई। इससे करीब 15 ट्रेनें प्रभावित हुईं।
अचानक कई ट्रेनों का प्लेटफॉर्म बदलना पड़ा। इससे यात्रियों में आपाधापी मच गई। गनीमत रही कि प्लेटफॉर्म नंबर दो पर ठहराव लेने वालीं अप लाइन की ट्रेनें देरी से चल रही थीं। हादसे के समय ही 12231 लखनऊ-चंडीगढ़ सुपरफास्ट ट्रेन को प्लेटफॉर्म नंबर दो पर आना था, लेकिन यह ट्रेन देरी से थी। दो ट्रेनें आमने-सामने एक ही ट्रैक पर आने से बड़ा हादसा हो सकता था।
शनिवार रात मुरादाबाद की ओर से आ रही लोडेड मालगाड़ी को शाहजहांपुर के रोजा जंक्शन जाना था। मालगाड़ी रात करीब 10:20 बजे बरेली जंक्शन के यार्ड पहुंची। यार्ड में चकरेल से मालगाड़ी का प्लेटफॉर्म तय होना था। मालगाड़ी को प्लेटफॉर्म नंबर एक ओर दो के बीच की रन थ्रू लाइन से गुजरना था। चकरेल में चाबियां ढीली होने के कारण मालगाड़ी रन थ्रू लाइन के स्थान पर प्लेटफॉर्म नंबर दो पर पहुंच गई।
एक मीटर पटरी बीच से फट गई
आधी मालगाड़ी ही पास हुई थी कि डिब्बा नंबर 22 और 23 डिरेल हो गए। करीब एक मीटर पटरी बीच से फट गई। पीछे का गार्ड डिब्बा चकरेल पर फंस गया। चकरेल पर भी करीब सात मीटर पटरी क्षतिग्रस्त हो गई। मालगाड़ी के डिरेल होने की सूचना पर बरेली से लखनऊ तक हड़कंप मच गया। रात करीब 12:10 बजे डीआरएम आरके सिंह भी मौके पर पहुंच गए। दुर्घटना राहत ट्रेन ने मालगाड़ी को दो हिस्सा में बांटकर एक हिस्सा आगे की ओर रवाना कर दिया।
प्लेटफॉर्म नंबर दो बाधित होने के कारण मुख्य रूप से नौचंदी एक्सप्रेस, सुहेलदेव एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म बदलने पड़े। लगभग 15 ट्रेनें प्रभावित हुईं। रात एक बजे तक प्लेटफॉर्म बाधित रहा। इससे यात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। डीआरएम के आदेश पर रात में ही यार्ड और प्लेटफॉर्म के सभी ट्रैक, प्वाइंट और चकरेल की जांच कराई गई है।